नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्र संघ चुनाव के बाद ही दिल्ली यूनिवर्सिटी शिक्षक संघ का चुनाव होना है. इसी कड़ी में चुनाव के नामांकन प्रक्रिया के तहत मंगलवार को नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट की तरफ से पांच सदस्यीय कार्यकारिणी उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया.
प्रोफेसर एके भागी वर्तमान DUTA के अध्यक्ष पद पर है. नामांकन के मौके पर अध्यक्ष पद के उम्मीदवार भागी ने कहा कि उनके कार्यकाल में सीएएस के तहत पदोन्नति योजना को तर्कसंगत बनाया गया, जिसके कारण बड़ी संख्या में शिक्षकों को कॉलेजों में प्रोफेसरशिप और विश्वविद्यालय विभागों में वरिष्ठ प्रोफेसरशिप पद पर पदोन्नति हुई. उन्होंने कहा कि उनके कार्यकाल में बारह वर्ष से ज्यादा समय से रुकी हुई चयन प्रक्रिया फिर से शुरू हो गई है. लगभग 3000 शिक्षकों की अब तक नियुक्ति हो चुकी है और यह निरन्तर जारी है.
प्रोफेसर भागी के अनुसार वे सभी एडहॉक शिक्षकों की स्थायी नियुक्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रयासरत हैं. उन्होंने बताया कि एनडीटीएफ ने लंबित मुद्दों के समाधान के लिए शिक्षा मंत्रालय, यूजीसी और डीयू अधिकारियों के साथ काफी दिनों से बातचीत चल रही है.
इन लंबित मुद्दों में नियमित रुप से वेतन, पेंशन और फंड जारी कराना, ईडब्ल्यूएस श्रेणी की सीटों को जारी कराना, पदोन्नति के लिए नवीनतम यूजीसी संशोधनों के कार्यान्वयन में सभी भ्रम को दूर करना, पदोन्नति के लिए पिछली सेवा गणना, लाइब्रेरियन और शारीरिक शिक्षा शिक्षकों की सेवानिवृत्ति की आयु अन्य के बराबर, ओएमएसपी और प्रशिक्षक पदोन्नति योजना, सभी के लिए पुरानी पेंशन योजना की बहाली, दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित 12 कॉलेजों में पूर्ण अनुदान सहायता जारी करना, दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित और संचालित कॉलेजों में शेष सभी 3000 शिक्षण पदों को भरने के लिए तत्काल मंजूरी और नियुक्ति प्रक्रिया शुरू कराना अगले कार्यकाल में पहली प्राथमिकता में रहेगा.
आज नामांकन दाखिल करते समय प्रोफेसर भागी के साथ प्रोफेसर वी.एस. नेगी, ईसी सदस्य डॉ. सुनील शर्मा, डॉ. हरेंद्र सिंह, डॉ. प्रधुम्न राणा, डॉ. हंसराज सुमन, डॉ. बिजेंद्र कुमार आदि थे. इसके अलावा डूटा कार्यकारिणी में एनडीटीएफ ने 5 सदस्यों को उतारा है. इन सभी ने भी अपना नामांकन दाखिल किया.
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