नई दिल्ली: साहित्य अकादमी में प्रवासी मंच कार्यक्रम का आयोजन किया गया. जिसमें डेनमार्क की प्रख्यात लेखिका अर्चना पैन्यूली ने शिरकत की. लेखिका अर्चना पैन्यूली ने इस दौरान अपनी कहानी 'सिंगल मदर से सुपर मदर' पर बेहतरीन प्रस्तुति दी.
समाज का सामना करना होता है कठिन
लेखिका की कहानी 'सिंगल मदर से सुपर मदर' में बताया गया है कि एक सिंगल मदर किस प्रकार वैज्ञानिक तरीके से एक बच्चे को जन्म देती है और फिर समाज की तमाम कुरीतियों और अंतर्द्वंदो का सामना करती है.
डेनमार्क में सिंगल मदर महिलाओं से मिली प्रेरणा
लेखिका ने लिखने की प्रेरणा के बारे में बताते हुए कहा कि डेनमार्क में कई परिचित महिलाओं को सिंगल मदर बनने के लिए उपयोग में लाए गए तकनीकी साधनों के बारे में जानकारी प्राप्त थी. वहां के समाज में सिंगल मदर को बहुत सहजता के साथ स्वीकार कर लिया गया है.
कार्यक्रम में शामिल हुए कई प्रख्यात लेखक
साहित्य अकादमी की ओर से आयोजित प्रवासी मंच कार्यक्रम में कई प्रख्यात लेखक शामिल हुए. जिन्होंने समाज के अन्य वर्गों पर लिखी अपनी कविताओं और कहानियों के बारे में प्रस्तुति दी. इसके अलावा कार्यक्रम का संचालन साहित्य अकाडेमी के संपादक अनुपम तिवारी ने किया.