नई दिल्ली: सिख धर्म में प्रभात फरियों का विशेष महत्व है. 17 जनवरी गुरु गोबिंद सिंह प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में दिल्ली के तमाम गुरुद्वारों द्वारा प्रभात फेरियों का आयोजन किया जा रहा है. पश्चिमी दिल्ली के तिलक नगर में दिल्ली सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट समिति के सदस्यों और 12 ब्लॉक स्थित साई सोसाइटी द्वारा रकाब सिंह साहिब गुरुद्वारा से रविवार सुबह 5:30 बजे प्रभात फेरी निकाली गई. इसका समापन सुबह 7:00 बजे भंडारे के साथ किया गया.
तिलक नगर के सिख गुरुद्वारा मैनेजमेंट समिति के प्रधान जितेंदर सिंह सोनी ने बताया कि सुबह के समय परमात्मा का ध्यान करने के लिए प्रभात फेरी निकाली जाती है. खास तौर से जो भी गुरुपुरब आने वाला होता है, उससे 10 दिन पहले हर गुरूद्वारे के सदस्यों द्वारा प्रभात फेरी निकाली जाती है. 14 जनवरी 9वां दिन है. 17 जनवरी को गुरु गोबिंद सिंह प्रकाश वर्ष के उपलक्ष्य में आज भी प्रभात फेरी निकाली गई. प्रभात फेरी में 100-150 लोगों की संगत चलती है और जहां समाप्ति होती है, वहां 300-350 की करीब संगत मौजूद होती है. इसके बाद भजन कीर्तन किये जाते हैं और भंडारे के साथ इसका समापन होता है.
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उन्होंने बताया कि सुबह-सुबह ट्रैफिक नहीं होता है. इसलिए प्रभात फेरी आराम से निकल जाती है. साथ ही सुबह के समय मनुष्य का मन बिल्कुल शुद्ध और साफ होता है. उसके मन में कोई विकार नहीं होते हैं. इस समय जब परमात्मा का नाम लेते हैं, तो वह सीधा उनके साथ जुड़ जाता है. प्रभात फेरी में सभी गुरुओं का सुमिरन किया जाता है. इससे जीवन को सही रूप औरसही दिशा देने की शिक्षा मिलती है. यही गुरुबाणी का सन्देश है.
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