नई दिल्ली: बीते दिनों गौतम गंभीर विरोधी दलों के निशाने पर रहे और यह निशाना पोस्टर्स के जरिए भी नजर आया. आईटीओ इलाके में गौतम गंभीर को लापता बताते हुए पोस्टर लगाए गए.
पोस्टर लगाने वाले का नाम तो उसपर नहीं लिखा था. लेकिन यह पोस्टर सामने आने से ठीक एक दिन पहले इसी तरह के पोस्टर के साथ आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पार्टी मुख्यालय पर प्रदर्शन कर रहे भाजपा नेताओं के स्वागत के लिए पहुंचे थे.
राजधानी में पोस्टर पॉलिटिक्स
पोस्टर सामने आने के अगले दिन ही सोमवार को आईटीओ समेत दिल्ली के कई इलाकों में गौतम गंभीर के समर्थन में कुछ बीजेपी नेताओं ने पोस्टर लगाए. इस पोस्टर में सांसद के रूप में गौतम गंभीर के किए गए कार्यों का जिक्र है, वहीं दिल्ली की पानी की गुणवत्ता पर उठते सवालों को लेकर अरविंद केजरीवाल को जेल भेजने की भी मांग है.
इसी के साथ एक और पोस्टर दिल्ली में इन दिनों देखा जा सकता है, जिसमें खासकर शिक्षा के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार पर सवाल उठाए गए हैं. ये सवाल नए स्कूल बनाने के वादे, छात्रों के फेल होने आदि से जुड़े हैं. कुछ ऐसे ही सवालों से जुड़ा एक गुमनाम पोस्टर भी इन दिनों देखा जा सकता है, जिस पर सवाल उठाने वाले का नाम नहीं है. कुछ ऐसा ही एक और पोस्टर दिख रहा है, जिस पर प्रदूषण को लेकर केजरीवाल सरकार को निशाने पर लिया गया है.
दिल्ली विधानसभा चुनाव में करीब ढाई महीने का समय बाकी है. तमाम पार्टियां खुद को जमीनी स्तर पर सक्रिय कर रही हैं, पर चुनावी हलचल पूरे रंग में नहीं आया है. लेकिन उससे पहले पोस्टरबाजी जरूर शुरू हो गई है. देखने वाली बात होगी कि पोस्टर के जरिए शुरू हुई यह सियासत कब तक राजनीतिक दलों के बीच आमने-सामने की लड़ाई में बदलती है.