नई दिल्ली: दिल्ली एनसीआर में बारिश हुए तकरीबन एक हफ्ता हो चुका है. हाल फिलहाल में मौसम विभाग द्वारा बारिश की कोई संभावना भी नहीं जताई गई है. बारिश न होने से एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण स्तर में बढ़ोतरी दिखाई दे रही है. हफ्ते भर पहले तक हो रही बारिश के चलते हवा में मौजूद प्रदूषण लगातार छठ रहा था, लेकिन बारिश पर ब्रेक लगने से प्रदूषण का ग्राफ बढ़ता शुरू हो गया है.
दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स 175, गाजियाबाद का 174, ग्रेटर नोएडा का 261, नोएडा का 162 और गुरुग्राम का 168 दर्ज किया गया है. दिल्ली एनसीआर में सबसे अधिक प्रदूषण स्तर आनंद विहार इलाके का दर्ज किया गया है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक आनंद विहार का प्रदूषण स्तर रेड जोन में बरकरार है. आनंद विहार का एयर क्वालिटी इंडेक्स 392 दर्ज किया गया है. वही मुंडका का 227, वजीरपुर 204, आरके पुरम 234, शादीपुर 217 और एनएसआईटी द्वारका का 214 एक्यूआई दर्ज किया गया है. हालांकि अन्य सभी इलाकों का प्रदूषण स्तर यलो जोन में बरकरार है.
एयर क्वालिटी इंडेक्स जब 0-50 होता है तो इसे 'अच्छी' श्रेणी में माना जाता है. 51-100 को 'संतोषजनक', 101-200 को 'मध्यम', 201-300 को 'खराब', 301-400 को 'अत्यंत खराब', 400-500 को 'गंभीर' और 500 से ऊपर एयर क्वालिटी इंडेक्स को 'बेहद गंभीर' माना जाता है. विशेषज्ञों के मुताबिक हवा में मौजूद बारीक कण (10 से कम पीएम के मैटर), ओजोन, सल्फर डायऑक्साइड, नाइट्रिक डायऑक्साइड, कार्बन मोनो और डायआक्साइड सभी सांस की नली में सूजन, एलर्जी और फेफड़ों को नुकसान पहुंचाते हैं.
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