नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच टीम की साइबर सेल यूनिट ने दिल्ली एनसीआर के अंदर सेक्सटॉर्शन के जरिए लोगों को शिकार बनाने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने मेवात और राजस्थान के रहने वाले 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से डेढ़ लाख रुपए नकद, एक कार और कई मोबाइल बरामद हुए हैं. आरोपियों की पहचान राजस्थान के भरतपुर निवासी खुर्शीद खान, रमन, उत्तर प्रदेश के मथुरा निवासी मुरारी, राजस्थान के नागौर निवासी कालूराम और मेवात निवासी विक्रम जाटव के रूप में की गई है. वहीं, पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर उनके अन्य सहयोगियों तक पहुंचने का प्रयास कर रही है.
दिल्ली पुलिस के स्पेशल पुलिस आयुक्त रविंद्र कुमार यादव ने बताया कि साइबर सेल को कारोबारी सुशील गौतम ने सेक्सटॉर्शन की शिकायत दी थी. उन्होंने बताया कि उन्हें कथित तौर पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विक्रम राठौर की तरफ से फोन गया और उनसे कहा गया कि अगर वह पैसे नहीं देते हैं तो उन्हें पुलिस गिरफ्तार करेगी. उसने पीड़ित को धमकी दी कि उन्होंने जिस लड़की से बात की थी उसने आत्महत्या कर ली है. ऐसे में उनके खिलाफ हत्या का केस चलेगा. इसके बाद पीड़ित ने उन्हें कई बार 6 लाख रूपये दे दिए. इसके बाद और भी रुपए मांगने पर उन्होंने पुलिस को शिकायत दी. पुलिस टीम ने लोकल सर्विलांस और टेक्निकल टीम की मदद से अलग-अलग स्थानों पर बैठे इन पांचों व्यक्तियों को गिरफ्तार किया.
केवल 6 महीने में दिल्ली वालों से ठगे 4 करोड़ रुपए
आरोपियों के बैंक खातों की डिटेल देखे जाने पर दिल्ली पुलिस के अधिकारी भी बेहद आश्चर्यचकित थे. आरोपियों ने बीते 6 माह में ही 4 करोड़ रुपए खाते से निकाले हैं. आरोपियों ने यह रुपए दिल्ली एनसीआर के लोगों को सेक्सटॉर्शन में फंसा कर वसूले हैं. मुख्य आरोपी खुर्शीद ने बताया कि वह दिल्ली एनसीआर के लोगों की प्रोफाइल को लगातार फॉलो करता है और उनकी आर्थिक स्थिति का पता लगने के बाद उन्हें फोन, इंस्टाग्राम और फेसबुक के जरिए संपर्क करता है और फिर वीडियो बनाने के बाद रुपए वसूलता है.