नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के मंडी हाउस स्थित नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में शुक्रवार को 'बाबू जी' नाटक का मंचन किया गया. इसका निर्देशन एनएसडी के मंडल प्रमुख राजेश सिंह ने किया. उन्होंने बताया कि आज से 'बाबू जी' नाटक का मंचन शुरू हुआ है. यह लोगों के बीच काफी पसंद किया जा रहा है. इस कहानी का लेखन मशहूर लेखक मिथलेश्वर है. इसका नाट्य रूपांतरण विभांशु वैभव ने किया है.
'बाबू जी' नाटक का मंचन एनएसडी के प्रोफेशनल कलाकारों की राममंडल कंपनी के आर्टिस्टों ने किया है. आज इसका ऑपिनिंग शो सुबह 11 बजे एनएसडी के अभिमंच सभागार में किया गया. इसके अलावा, आगामी दिनों में रंगमंच प्रमियों के लिए 8 शो प्रस्तुत किए जाएंगे. साथ ही आगे भी 'बाबू जी' नाटक का मंचन दर्शन की डिमांड पर लगातार आयोजित किए जाएंगे. शो कि खासियत यह रही कि 'बाबू जी' नाटक को देखने के करीब 200 स्कूली बच्चों को आमंत्रित किया था.
एनएसडी मंडल प्रमुख राजेश ने बताया कि 'बाबू जी' नाटक को लोक भाषा शैली में लिखा गया है. इस नाटक में उत्तर प्रदेश और बिहार में बोले जाने वाली बोली, नौटंकी और लोक गीतों की झलक दिखती है. इसके अलावा, इसमें कलाकारों की परफॉर्मेंस भी बिल्कुल देहाती है. उन्होंने बताया कि लेखक मिथलेश्वर देश भर में अपनी लोक भाषा और लोक जीवन की लेखनी के लिए मशहूर हैं. इस नाटक में दर्शकों को नाटक के साथ-साथ संगीत, लोक गीत, ड्रामा सब एक साथ देखने को मिलेगा. बता दें कि एनएसडी के अभिमंच सभागार में 22 दिसंबर से 25 दिसंबर तक 'बाबू जी' नाटक के 8 शो आयोजित किए जाएंगे.