नई दिल्ली: वसंत विहार स्थित प्रियंका गांधी कैंप को तोड़ने के विरोध में मंगलवार को सैकड़ों लोगों ने मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल के घर तक मार्च निकाला. इस दौरान पीड़ितों ने अपनी समस्याओं को सुलझाने की मांग की. लोगों ने कहा कि यह बस्ती पिछले 25 साल से बसी है. यहां के लोग आसपास के एरिया में मजदूरी करते हुए अपना परिवार पालते हैं. बच्चे आसपास के स्कूल में पढ़ते हैं. ज्यादातर महिलाएं आसपास के घरों में काम करती हैं. ऐसे में यदि उनका घर चल गया महिलाओं का काम भी छिन जाएगा और वे बेरोजगार हो जाएंगी.
लोगों ने राष्ट्रीय घरेलू कामकाजी महिला यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन किया. यूनियन की अध्यक्ष रेखा सिंह ने बताया कि इस भयंकर गर्मी में एनडीआरएफ की टीम की तरफ से दो जून तक बस्ती खाली करने का नोटिस दिया गया है और कहा गया है कि खाली नहीं किया तो बस्ती तोड़ दी जाएगी. उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि हमें अन्य जगह पर पहले बसाया जाए. पुनर्वास का इंतजाम करने के बाद ही हमें यहां से हटाया जाए. हमें जहां कहीं भी शिफ्ट किया जाए, वहां पर बिजली, पानी, स्कूल समेत सभी प्रकार की सुबिधा दी जाय.
रेखा सिंह ने बताया कि इस बस्ती में 100 से अधिक घर हैं. बस्ती तोड़ दिए जाने से ज्यादातर बच्चों की पढ़ाई-लिखाई सब डिस्टर्ब हो जाएगी. इसलिए पुनर्वास की व्यवस्था किए जाने से पहले बस्ती को न तोड़ा जाए. लोगों ने दिल्ली सरकार और केंद्र सरकार से मांग की कि उनकी मदद की जाए.
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