नई दिल्ली/नोएडा : नोएडा सेक्टर 21a स्टेडियम में करीब 50 लोगों के रहने के लिए रैन बसेरा बनाया गया है. रैन बसेरा स्टेडियम के अंदर होने के चलते कपकपा देने वाली में सर्दी में लोग नहीं पहुंच पा रहे हैं. रैन बसेरे से महज चंद कदम की दूरी पर ही दिहाड़ी मजदूरी करने वाले परिवार खुले आसमान के नीचे सर्द रात गुजार रहे हैं, पर उन्हें स्टेडियम में बने रैन बसेरा का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
स्टेडियम में बने रैन बसेरा में सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था का भी अभाव था. सुरक्षा उपकरण के नाम पर महज खाना पूर्ति की गई है. यहां महज दो लोग रात में सोते नजर आए. जबकि पास में ही दर्जन भर लोग फुटपाथ पर सो रहे हैं. उसको रैन बसेरा का लाभ नहीं मिल पा रहा है. मौके पर अलाव की जगह बुझी हुई राख दिखी और गेट भी बंद दिखा. रैन बसेरा लकड़ी और पुवाल का बना हुआ है. गार्ड ने बताया कि रैन बसेरा शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक आम लोगों के लिए खुला रहता है. इस 12 घंटे में महज एक से दो लोग ही यहां पहुंच रहे हैं. दरअसल, यहां आने के लिए कोई सांकेतिक चिन्ह भी नहीं लगाया गया है, जिसे देखकर लोग आ सके.
ईटीवी भारत की टीम ने रैन बसेरा में तैनात गार्ड से बात की तो उनका कहना है कि यहां लोगों को देने के लिए काफी सुविधाएं, लेकिन लोग आ नहीं रहे हैं. 19 दिसंबर से रैन बसेरा आम लोगों के लिए खोल दिया गया था. तब से लेकर अब तक महज गिने-चुने लोग ही मजबूरी में यहां आ रहे हैं. आने वालों से उनका आधार कार्ड और मोबाइल नंबर लिया जाता है. तभी यहां रहने की अनुमति दी जाती है. यहां रहने वालों को कंबल दिया जाता है. जिसके पास आधार कार्ड और मोबाइल नहीं है उसको रैन बसेरा में रहने की अनुमति नहीं दी जाती है.
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