नई दिल्ली: जिस तरह से दिल्ली की सड़कों पर सड़क दुर्घटनाओं में बढ़ोतरी हुई है, वैसे ही दिल्ली की रेलवे लाइनों पर भी रोजाना दो से तीन लोगों की मौत हो रही है. दिल्ली में अलग-अलग रेलवे लाइनों पर ट्रेन की चपेट में आने से वर्ष 2022 में हुई मौतों की तुलना में वर्ष 2023 में 3 प्रतिशत की कमी आई है, लेकिन आत्महत्या के मामले बढ़े हैं. रेलवे लाइनों पर ट्रेन की चपेट में आने से इस वर्ष अगस्त तक 466 लोगों की मौत हुई है. यह आंकड़ा डराने वाला है. पुलिस का कहना है कि अलग-अलग रेलवे लाइनों पर ट्रेन से कटकर मारे जाने वालों में अधिकतर रेलवे लाइन पार करते हुए हादसे का शिकार होते हैं.
2022-23 में ट्रेन से कटकर मौत के आंकड़े
वर्ष 2022 में लाइन पार करने के दौरान हादसे में 483 लोगों की मौत हुई है. वहीं, आत्महत्या 12 हुईं. रेलवे लाइन पार करने पर 360 कार्रवाई हुईं. 2023 में लाइन पार करने के दौरान हादसे में 483 लोगों की मौत, 18 आत्महत्याएं हुईं. रेलवे लाइन पार करने पर 304 कार्रवाई हुईं। (नोट: दोनों वर्ष के आंकड़े अगस्त तक के हैं.)
शॉर्ट-कट के चक्कर में जा रही जान
रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स यानी आरपीएफ अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, साल 2022 और 2023 में 949 लोगों की ट्रैक पार करते हुए मौत हुई है. लोग शॉर्ट-कट के चक्कर में जब रेलवे लाइन पार करते हैं तो कई बार ट्रेनों की चपेट में आ जाते हैं. रेलवे लाइनों पर कहीं लोग तेज गति से आती ट्रेनों को देखे बिना ही अवैध रूप से रेलवे लाइन पार करते हैं. तो कहीं मोबाइल पर बात करते हुए तो कई बार हेडफोन लगाकर बात करते हुए रेलवे लाइन पार करते हैं जिससे इस ट्रन की चपेट में आने से उनकी मौत हो जाती है.
ट्रेन से कटकर आत्महत्या के मामले चिंताजनक
बीते वर्ष जनवरी से अगस्त तक दिल्ली में 12 लोगों ने ट्रेन से कटकर जान दी थी. इस बार जनवरी से अगस्त तक 18 लोगों ने ट्रेन से कटकर जान दे दी है. ट्रेन से कट कर आत्महत्या के मामले का बढ़ना चिंताजनक है. मनोवैज्ञानिक डॉक्टर संजीव त्यागी का कहना है कि "आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं है. इस तरीके का ख्याल कभी भी दिमाग में ना लाएं. अपना सुख दुख अपने दोस्तों व परिवार के साथ साझा करते रहें."
हादसों को रोकने के लिए NGO चला रही जागरूकता कार्यक्रम
- जिन इलाकों में हादसे हो रहे हैं, वहां NGO की मदद से जागरूकता फैलाई जा रही है.
- लोगों को बताया जाता है कि अवैध तरीके से रेलवे लाइन पार करने पर सेक्शन 147 के तहत कार्रवाई हो सकती है.
- स्कूलों और फैक्ट्रियों में जाकर जागरूकता फैलाई जाती है, जिससे हादसे न हो.
- गलत तरीके से रेलवे लाइन पार करने वालों को रोकने के लिए कर्मचारियों की तौनाती की गई है.
- सिविल पुलिस और जीआरपी से आरपीएफ आपसे समन्वय रख रही, जिससे हादसे रोकने में मदद मिले.
- रेलवे ट्रैक पर आने वाले असामाजिक तत्वों को गिरफ्तार किया जाता है, अतिक्रमण भी हटवाया जा रहा है.