नई दिल्ली: मशहूर पैरा एथलीट सुवर्णा राज ने दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने वादा किया था कि मिशन एक्सीलेंस स्कूल के तहत एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को और मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को दिल्ली सरकार सरकारी नौकरी देगी, लेकिन सरकार अपने वादे से मुकर गई है.
'पत्र पर सरकार ने नहीं दिया ध्यान'
उन्होंने ये भी कहा कि केजरीवाल ने वादा किया था कि दूसरे राज्यों के तर्ज पर धनराशि मिलेगी. आरोपों के मुताबिक ज्यादातर पैरा एथलीटों को कुछ नहीं मिला. जिन लोगों को सरकारी नौकरी मिली, उन्हें उंगलियों पर गिना जा सकता है.
सुवर्णा राज ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि मैंने कई बार दिल्ली के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री को पत्र लिखा. जिसमें मैंने मिशन एक्सीलेंस के तहत एशियन गेम्स में भाग लेने वाले खिलाड़ियों और नेशनल मेडल विजेताओं की अनदेखी करने व दिल्ली के पैरा एथलीटों को नौकरियों में आरक्षण देने की मांग की थी. उन्होंने कहा कि पत्र में 2018 पैरा एशियाई खेलों में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को हरियाणा सरकार की तर्ज पर सात लाख पचास हजार रुपये देने का अनुरोध किया था. लेकिन सरकार ने हमारे अनुरोध पर कोई कार्रवाई नहीं की.
'बुलाकर भी नहीं मिले मुख्यमंत्री'
सुवर्णा राज ने सीधे तौर पर दिल्ली के मुख्यमंत्री पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सुबह उन्हें 9:30 बजे मिलने के लिए बुलाया था. जब वह मिलने गईं तो अरविंद केजरीवाल उनसे नहीं मिले और अपने सहायक को हमारी समस्या का समाधान करने के लिए भेज दिया. जब उससे भी हमारी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो हमने अरविंद केजरीवाल जी से मिलने को बोला. सुवर्णा ने कहा कि हम लोगों ने वहां 11:30 बजे से लेकर पूरे 2 घंटे दिल्ली के मुख्यमंत्री का इंतजार किया, लेकिन मुख्यमंत्री मुझसे मिलने नहीं आए.
सुवर्णा राज के साथ मौजूद सभी पैरा एथलीटों ने कहा कि जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता तब तक विरोध प्रदर्शन को जारी रखेंगे. प्रदर्शकारी पैरा एथलीटों ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल या उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया उन्हें जब तक मिलकर ठोस आश्वासन नहीं देते, हम यहां से कहीं भी जाने वाले नहीं हैं.