नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में नेता विपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि दिल्ली के तीनों नगर निगमों में विधायकों के मनोनयन व लोक लेखा समिति के अध्यक्ष पद की नियुक्ति के मामले में बीजेपी विधायक दल के साथ न्याय नहीं किया गया है. उन्होंने यह उम्मीद जताई है कि भविष्य में विधायी परंपराओं व विपक्ष के अधिकार का जरूर ध्यान रखा जाएगा.
नेता विपक्ष ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को लिखे एक पत्र में कहा कि दिल्ली के तीनों नगर निगमों में दिल्ली विधानसभा के 14 विधायकों का मनोनयन किया गया है. लेकिन इनमें विपक्षी बीजेपी के एक भी सदस्य को जगह नहीं दी गई है. केवल सत्ताधारी विधायकों को ही मनोनीत किया गया है. जबकि परंपराओं के मुताबिक इस सूची में कम से कम 2 बीजेपी विधायकों के नाम जरूर शामिल किए जाने चाहिए थे.
पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र में बीजेपी के 6 विधायक
नेता विपक्ष ने कहा कि पूर्वी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र से बीजेपी के 6 विधायक ताल्लुक रखते हैं. लेकिन इनमें से एक को भी पूर्वी दिल्ली नगर निगम के लिए मनोनीत नहीं किया गया है. उत्तरी दिल्ली और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम क्षेत्र से आने वाले किसी विधायक को नगर निगम के लिए मनोनीत नहीं किया गया है. इस फैसले की वजह से दिल्ली के तीनों नगर निगमों में विधानसभा की ओर से विपक्षी दल के रूप में बीजेपी का प्रतिनिधित्व नहीं हो पाया. उन्होंने कहा कि इसी प्रकार संसद से लेकर दिल्ली विधानसभा तक की अस्वीकार्य विधायी परंपरा रही है. लोक लेखा समिति का अध्यक्ष पद विपक्ष को दिया जाता है लेकिन इस परंपरा का भी निर्वहन नहीं किया गया और यह पद भी सत्ता पक्ष को दे दिया गया है.