नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति लगातार खराब होती जा रही है. दिल्ली सरकार के आंकड़ों की माने तो सोमवार की सुबह 11 बजे तक दिल्ली के सभी निजी और सरकारी कोरोना अस्पतालों में मात्र 20 आईसीयू और वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.
महज 20 वेंटिलेटर/ आईसीयू बेड हैं खाली
दिल्ली के अस्पतालों में कोरोना के कुल 21499 बेड मौजूद हैं. जिनमें से 20146 बेड पर मरीज हैं, वहीं 1353 बेड खाली हैं. दिल्ली के सभी प्राइवेट और सरकारी कोरोना अस्पताल में आईसीयू/वेंटीलेटर के 5167 बेड हैं. जिनमें से 5147 बेड पर मरीज भर्ती हैं, तो वहीं महज 20 आईसीयू /वेंटीलेटर बेड खाली है.
एम्स में उपलब्ध है 4 आईसीयू बेड
दिल्ली में आईसीयू और वेंटिलेटर बेड की कमी का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दिल्ली के एम्स में 4 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड तो वहीं मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में 5 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. इसके अलावा बंसल ग्लोबल हॉस्पिटल जनकपुरी में 8 और श्राइन हॉस्पिटल में 3 आईसीयू/वेंटिलेटर बेड उपलब्ध हैं.
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मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल में सिर्फ बच्चों का इलाज किया जाता है. यानी आसान शब्दों में कहे, तो अभी के समय राजधानी दिल्ली के सभी छोटे बड़े निजी सरकारी अस्पतालों में वेंटिलेटर आईसीयू के मात्र 15 बेड उपलब्ध हैं. क्योंकि मधुकर रेनबो चिल्ड्रन हॉस्पिटल के 5 बेड बच्चों के लिए रिजर्व है.