नई दिल्ली: कोरोना काल में आम लोगों का तकनीक पर भरोसा बढ़ा है, तो वहीं अपराधी भी इसका फायदा उठा कर लोगों से धोखाधड़ी कर रहे हैं. ऐसा ही एक मामला अजमेरी गेट इलाके से सामने आया है, जहां एक मृतक के परिवार को रुपये वापस देने के बहाने बदमाशों ने ऑनलाइन ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.
ऑनलाइन हुई धोखाधड़ी
यह पूरा मामला अजमेरी गेट इलाके का है जहां अपराधियों की नजर अब वैसे परिवार पर है, जहां किसी की मौत हो जाती है. बदमाश मृतक के परिवार वालों को निशाना बना रहे हैं. ऐसी एक वारदात को बदमाशों ने उस समय अंजाम दिया जब एक परिवार के घर में एक शख्श की मौत हो गई.
ठगों के गिरोह ने परिवार के सदस्य के नंबर पर फोन किया, जिस शख्स की एक हफ्ते पहले मौत हो चुकी थी. फोन करने के बाद ठगों ने कहा कि मरने वाले से उन्होंने कुछ पैसे उधार ले रखें हैं और वह रुपये को लौटाना चाहते हैं जिसके लिए उन्हें पेटीएम नंबर चाहिए. जैसे ही परिजनों ने ठग को पेटीएम नंबर दिया और उनके खाते से तुरंत 27 हजार रुपये उड़ा लिए गए.
पुलिस कर रही मामले की जांच
पूरा मामला सामने आने के बाद सेंट्रल दिल्ली पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. पुलिस अधिकारियों को कहना है कि इस वारदात के पीछे किसी जानकार का हाथ हो सकता है. इसलिए सारी जानकारी जुटाई जा रही है, ताकि ठग को गिरफ्तार किया जा सके. साथ ही अधिकारियों ने लोगों से सतर्क रहने को भी कहा है ताकि इस तरह के वारदात के ऊपर लगाम लगाई जा सके.
यह है पूरा मामला
मोहम्मद शरीक अजमेरी गेट इलाके में रहते हैं. उनके पिता शफीक अहमद की एक हफ्ते पहले ही मौत हो चुकी है. इस दौरान ठगों ने उनके पिता के मोबाइल फोन पर फोन कर कहा कि वह उनके पिता को जानता था और उनकी मौत से उसे काफी दुख है. ठग ने मृतक के बेटे से कहा कि उनके पिता से उसने कुछ पैसे उधार ले रखे थे और वह उन रुपये को लौटाना चाहता है. रुपये लौटाने के लिए ठग ने पेटीएम नंबर मांगा और जैसे ही पेटीएम नंबर ठगों को मिला तो ठगों ने उस पेटीएम से जुड़े खाते से 27 हजार रुपये उड़ा लिए. मामले की जानकारी मिलने के बाद मृतक के बेटे ने हौज काजी थाने में इस पूरे मामले की शिकायत की है.
सावधानी बरते आम लोग
इस पूरे मामले को लेकर दिल्ली पुलिस के रिटायर्ड एसीपी वेद भूषण ने बताया कि आज के समय इंटरनेट पर लोगों का भरोसा बढ़ा है तो वही अपराधी भी तकनीक का सहारा लेने लगे हैं. लोगों को यह ध्यान में रखना चाहिए कि कोई भी बैंकिंग कंपनी या फाइनेंस सेक्टर की कोई कंपनी सीधे लोगों से संपर्क नहीं करती. अगर किसी इंसान के पास फाइनेंसियल कंपनी या बैंक का फोन आता है, तो यह जरूरी हो जाता है कि वह सतर्क रहें. इस तरह के मामले देश के दूसरे हिस्सों में भी आ रहे हैं, तो ऐसे में लोगों को सतर्क रहना जरूरी है. तकनीक का प्रयोग अच्छी बात है लेकिन सावधानी बहुत जरूरी है.