नई दिल्ली: दक्षिणी दिल्ली जिला के ग्रेटर कैलाश थाना पुलिस ने पेट्रोलिंग के दौरान एक ऐसे शातिर अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो बुजुर्गों की मदद के बहाने एटीएम का पिन नंबर जान लेता था और नकली एटीएम उन्हें थमाकर एटीएम से पैसे निकालता था.
आरोपी पहले था अकाउंटेंट और इलेक्ट्रीशियन: पुलिस ने आरोपी के कब्जे से 45 एटीएम, एक स्कूटर, एक बटनदार चाकू और एक दो पहिया वाहन की फर्जी नंबर प्लेट बरामद की है. आरोपी कॉमर्स ग्रेजुएट है और साल 2007 में दिल्ली आया था. आरोपी अकाउटेंट और इलेक्ट्रिशियन का काम छोड़कर इस धंधे में उतरा था. इससे पहले आरोपी के ऊपर तीन अपराधिक मामले दर्ज बताए जा रहे हैं.
दक्षिणी दिल्ली जिला पुलिस उपायुक्त चंदन चौधरी ने बताया कि क्षेत्र में अपराध पर अंकुश लगाने के लिए अलग-अलग समय पर ग्रेटर कैलाश थाने के पुलिसकर्मियों द्वारा गश्त की जा रही थी. ग्रेटर कैलाश थानाध्यक्ष अजीत कुमार टीम के साथ 30 मार्च को पेट्रोलिंग कर रहे थे, तभी उनकी नजर आर ब्लॉक रेड लाइट के पास एक व्यक्ति पर पड़ी, जो स्कूटी की नंबर प्लेट बदल रहा था. इसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया. तलाशी लेने पर उसके पास से 45 बैंक एटीएम, एक चाकू और फर्जी नंबर प्लेट मिली.
बुजुर्गों को बनाता था अपना निशाना: पूछताछ में पता चला कि वो पुराने और चोरी के एटीएम कार्ड स्मैकियों और चोरों से लेता था. जब कोई बुजुर्ग एटीएम से रुपये निकालने के लिए एटीएम आता, तभी वह वहां पहुंच जाता और उनकी मदद के बहाने उनके एटीएम का पिन नंबर देखकर अपना एटीएम कार्ड उन्हें देकर उनका एटीएम ले लेता था. इसके बाद वह पीड़ित के जाने के बाद एटीएम से कैश निकाल फरार हो जाता था.
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