नई दिल्ली/ गाजियाबाद: कच्छा बनियान गिरोह से ताल्लुकात रखने वाला खूंखार लुटेरा 11 सालों से पुलिस की आंख में धूल झोंक रहा था. उसे 11 सालों से न सिर्फ गाजियाबाद पुलिस, बल्कि अन्य जिलों की पुलिस भी तलाश रही थी. लूट का आरोपी आदिवासी इलाके में जाकर छिप गया था और वहां पर दिखावे के लिए खेती कर रहा था. पुलिस को धोखा देने के लिए उसने आज तक ना तो बैंक अकाउंट खुलवाया और ना ही आधार कार्ड बनवाया, लेकिन फिर भी पुलिस उस तक पहुंच ही गई.
साल 2012 से फरार चल रहा था आरोपी: गाजियाबाद में क्राइम ब्रांच ने वीरू नाम के एक आरोपी को पकड़ा है, जो साल 2012 से फरार था. वह कच्छा बनियान गिरोह का सदस्य है और उसने लूटपाट की वारदात को अपने साथियों के साथ मिलकर अंजाम दिया था. पुलिस ने पहले ही उसके एक साथी को गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन 11 सालों से वीरू पुलिस को चकमा दे रहा था. पुलिस उसके आपराधिक इतिहास की जानकारी कर रही है. पूर्व के कुछ केस जरूर उस पर दर्ज पाए गए हैं. पुलिस को आखिरकार आरोपी की सूचना मुखबिर के माध्यम से मिली. पुलिस को पता चला कि मध्यप्रदेश के गुना के एक आदिवासी हिस्से में आरोपी छुपा हुआ है, जहां पर छापेमारी करके आरोपी को सोमवार को पकड़ा गया और उसे गाजियाबाद लाया गया है. आरोपी पर पुलिस ने 25000 का इनाम भी घोषित किया था.
आरोपी ने नहीं बनवाया आधार कार्ड: पुलिस के मुताबिक आदिवासी गांव में छिपे होने के बाद आरोपी खेती कर रहा था. हालांकि पता लगाया जा रहा है कि क्या वह ऐसा दिखावे के लिए तो नहीं कर रहा था. पुलिस कच्छा बनियान गिरोह के अन्य सदस्यों की भी तलाश में जुटी है. जिसके लिए आरोपी से पूछताछ की गई है. बता दें कि कच्छा बनियान गिरोह खौफनाक तरीके से वारदात को अंजाम देता है . लूटपाट करके फरार हो जाता है, इसलिए उन्हें पकड़ना आसान नहीं होता है. आरोपी ने न आधार कार्ड बनवाया न ही कहीं सोशल मीडिया पर एक्टिव रहा और न ही बैंक अकाउंट खुलवाया, इसलिए पुलिस को उस तक पहुंचने के लिए इतना लंबा समय लग गया.
ये भी पढ़ें: Amritpal Case: अमृतपाल के दो और करीबी पुलिस हिरासत में, एक महिला भी शामिल