नई दिल्ली: राजधानी में डीटीसी बस मार्शल के पदों पर सिविल डिफेंस कर्मचारियों को लेकर दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा है कि दिल्ली में बस मार्शल का कामकाज जारी रखने में बाधाएं पैदा की जा रही हैं. उन्होंने कहा है कि सीएम केजरीवाल ने कभी नहीं कहा कि सिविल डिफेंस कर्मचारियों को हटाया जाना चाहिए.
उन्होंने अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि हमने बस मार्शलों का वेतन जारी करने के लिए कहा है. यह कहना गलत है कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने उन्हें हटाने के लिए कहा है. उन्होंने मुझे बस मार्शलों को होमगार्ड के रूप में तैनात करने का आदेश दिया है. जो सिविल डिफेंस कर्मचारी पिछले कई सालों में वर्षों से बस मार्शल की नौकरी कर रहे हैं, वो वित्तीय रूप से मजबूत परिवारों ने नहीं आते हैं.
उन्होंने आगे कहा कि पिछले पांच महीने से रेवेन्यू डिपार्टमेंट की तरफ से फंड रिलीज नहीं किया गया है, जिसकी वजह से यह समस्या आ रही है. लेकिन सिविल डिफेंस कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द ही समाधान किया जाएगा. अगर DTC मार्शल को हटाया जाएगा तो हम सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे और इन्हें सैलरी दिलवाएंगे. इससे पहले स्वास्थ्य मंत्री सौरव भारद्वाज ने दिल्ली सरकार की फरिश्ते योजना को बंद करने का बड़े अधिकारियों पर आरोप लगाया था.
बता दें दिल्ली सरकार के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से लगातार सिविल डिफेंस के कर्मचारी वेतन न मिलने की वजह से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस बीच दिल्ली सरकार ने पूरे मामले को लेकर शुक्रवारको दिल्ली के एलजी को चिट्ठी लिखी है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि बसों में मार्शल के पदों पर सिविल डिफेंस कर्मचारियों को हटाया नहीं जाएगा.
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