नई दिल्ली: पिछले कुछ दिनों से दिल्लीवासियों को डेंगू जैसी बीमारी से सामना कर पड़ रहा है. एमसीडी की तरफ से जारी रिपोर्ट के अनुसार बीते एक हफ्ते में डेंगू के 291 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद दिल्ली में डेंगू के मामलों की कुल संख्या 2761 हो गई है, जो 2019 के बाद नंबर के पहले हफ्ते तक आए सबसे ज्यादा मामले हैं. वहीं बीते 1 हफ्ते में दिल्ली के बाहर से आए डेंगू के मरीजों की संख्या 189 है. सितंबर महीने के बाद लगातार पहले अक्टूबर ओर अब नवंबर के महीने में भी बड़ी संख्या में दिल्ली में डेंगू के मामले सामने आ रहे हैं.
वहीं, बीते एक हफ्ते में दिल्ली में अंदर पड़ोसी राज्यों से 189 नए डेंगू के मरीज इलाज कराने के लिए आए हैं. इसके बाद दूसरे राज्यों से दिल्ली में इलाज कराने आने वाले डेंगू के मरीजों की संख्या भी बढ़कर 1559 हो गई है. एमसीडी की रिपोर्ट के अनुसार, बीते हफ्ते मलेरिया के 5 नए मामले सामने आए हैं. जिसके बाद दिल्ली में इस साल मलेरिया के कुल मामलों की संख्या 11 नवंबर तक 212 संख्या हो गई है, जो 2020 के बाद सामने मलेरिया के मामलों में सबसे ज्यादा है. हालांकि राहत की बड़ी बात है कि चिकनगुनिया के नए मामलों पर लगाम लगी है. बीते एक हफ्ते में महज दो मामले ही दिल्ली में चिकनगुनिया के सामने आए हैं. जिसके बाद इस साल चिकनगुनिया के कुल अब तक 43 मामले सामने आ चुके हैं जो पिछले कुछ सालों के मुकाबले आधे से भी कम है.
मच्छर जनित बीमारियों के मद्देनजर 12 अक्टूबर 2022 तक जो डाटा एमसीडी की तरफ से दिया गया है. उसके अनुसार बीते हफ्ते में दिल्ली में 12 अलग-अलग जोन में बंटी एमसीडी के हर जोन में अब डेंगू के मामले दर्जनों की संख्या में सामने आ रहे हैं. हैरानी की बात यह है कि इस बार दिल्ली के पॉश इलाको और सेंट्रल जोन जैसे क्षेत्रों में डेंगू के मामले अधिक संख्या में सामने आ रहे हैं.
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एमसीडी के द्वारा लगातार मच्छर जनित बीमारियों पर लगाम लगाए जाने को लेकर दवाइयों के छिड़काव के साथ जागरूकता अभियान भी बड़े स्तर पर चलाया जा रहा है. बीते साल दिल्ली में डेंगू के रिकॉर्ड तोड़ 9613 मामले सामने आए थे और 23 लोगों की मृत्यु भी हो गई थी. इस वर्ष पिछले साल की पुनरावृत्ति ना हो जिस को देखते हुए एमसीडी की तरफ से कड़े और सख्त कदम उठाए जा रहे हैं. इस साल अभी तक दिल्ली में एमसीडी के द्वारा 27,11,329 घरों में लार्वा पाया जाने के बाद दवाइयों का छिड़काव किया गया है. साथ ही 1,13,531 संपत्ति के मालिकों को लार्वा पाए जाने के मद्देनजर नोटिस भी भेजे गए हैं. वहीं दूसरी तरफ 1,61,622 घरों के अंदर लापरवाही के चलते डेंगू के मच्छर का लार्वा भी पाया गया है. एमसीडी द्वारा लार्वा पाए जाने पर बड़ी संख्या में चालान भी किए जा रहे हैं. एमसीडी के द्वारा इस साल अब तक कुल 47,81,302 रुपये की राशि चालान के भुगतान के रूप में प्राप्त की गई है.
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