नई दिल्ली: दिल्ली में अब कोरोना के मामले कम होने लगे हैं. राजधानी में कोरोना की स्थिति पर नजर रखने के लिए केंद्र द्वारा बनाई गई समिति के प्रमुख वीके पॉल ने भी कहा है कि दिल्ली में कोरोना की स्थिति अब सुधर हो रही है. दिल्ली में सक्रिय मरीजों की बात करें, तो यह संख्या बीते 56 दिनों में सबसे कम है. दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर आने से पहले, 15 अक्टूबर को 22605 सक्रिय मरीज थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर 22310 रह गई है.
44 हजार को पार कर गया था आंकड़ा
आज से ठीक एक महीने पहले की बात करें, तो 9 नवंबर को कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 39795 थी और तब सक्रिय मरीजों की दर 8.37 फीसदी थी. लेकिन नवंबर महीने में लगातार भयावह होती स्थिति ने 14 नवंबर को सक्रिय मरीजों की संख्या को 44456 पर पहुंचा दिया था. यह दिल्ली में कोरोना के सक्रिय मरीजों का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है.
बढ़ रही बेड्स की उपलब्धता
लगातार कम होती सक्रिय मरीजों की संख्या का असर कोरोना के बेड्स की उपलब्धता पर भी दिख रहा है. नवंबर महीने में एक समय करीब 45 फीसदी बेड्स ही कोरोना मरीजों से खाली थे, वहीं आईसीयू बेड्स की उपलब्धता 10 फीसदी से भी नीचे आ गई थी. लेकिन आज दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में बेड्स की उपलब्धता 70 फीसदी से ज्यादा है, वहीं 35 फीसदी से ज्यादा आईसीयू बेड्स खाली हैं.
35 फीसदी आईसीयू बेड्स खाली
अभी दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में कुल 18807 बेड्स हैं, जिनमें से 5727 पर मरीज हैं, वहीं 13,080 बेड्स खाली हैं. यानी 30.45 फीसदी बेड्स पर ही मरीज हैं और 69.54 फीसदी बेड्स खाली हैं. आईसीयू बेड्स की बात करें, तो अभी दिल्ली में कुल 1525 वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड्स हैं, जिनमें से 991 पर पर मरीज हैं और 534 बेड्स खाली हैं. यानी 35.01 फीसदी बेड्स खाली हैं.
कोविड केयर सेंटर की स्थिति
बिना वेंटिलेटर वाले आईसीयू बेड्स की बात करें, तो कुल 3554 बेड्स में से 1646 पर मरीज हैं और 1908 बेड्स खाली हैं. यानी 53.68 फीसदी बेड्स खाली हैं. दिल्ली में बनाए गए अस्थायी कोरोना के अस्पतालों यानी कोविड केयर सेंटर की बात करें, तो यहां कुल 7942 बेड्स हैं, जिनमें से 371 पर ही मरीज हैं, वहीं 7283 बेड्स खाली हैं. इसी तरह कोविड हेल्थ सेंटर्स के 562 में से 115 बेड्स पर ही मरीज हैं, 447 बेड्स खाली हैं.