नई दिल्ली: दिल्ली की लाइफलाइन बन चुकी मेट्रो की सबसे पहली लाइन (रेड लाइन) पर मंगलवार से आठ कोच वाली मेट्रो ट्रेन दौड़ेगी. मंगलवार को Delhi Metro Rail Corporation दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) ने दो 8-8 कोच वाली ट्रेनों का पहला सेट इस लाइन पर परिचालन के लिए दिया है. इससे अब मेट्रो में सफर करने वालों को और सहूलियत मिलेगी. अभी तक मेट्रो की इस लाइन पर 6 कोच वाली मेट्रो ही चलती थी.
39 छह कोच वाली ट्रेनों में जोड़े जाएंगे 2 कोच : अब मेट्रो की रेड लाइन (लाइन -एक यानी रिठाला से शहीद स्थल न्यू बस अड्डा ) पर यात्री सेवाओं के लिए 39 छह कोच वाली ट्रेनों के मौजूदा बेड़े को धीरे-धीरे आठ कोच वाली ट्रेन में परिवर्तित किया जाएगा. इस इंडक्शन के साथ, अब इस लाइन पर सभी ट्रेनें प्लेटफॉर्म के सबसे दूर के छोर के पास रुकेंगी ताकि 8-कोच वाली ट्रेनों को समायोजित किया जा सके. मेट्रो के जितने भी स्टेशन बनाए गए हैं वहां के प्लेटफार्म पहले से आठ कोच वाली मेट्रो ट्रेन को ध्यान में रख बनाए गए हैं. अब मेट्रो ट्रेनों के लिए प्लेटफॉर्म पर इंतजार कर रहे यात्रियों के लिए अधिक सुविधाजनक स्थिति होगी. वे प्लेटफॉर्म पर कहीं से भी मेट्रो में चढ़ सकेंगे
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78 अतिरिक्त कोच खरीदे गए: रेड लाइन की इन 39 ट्रेनों में जोड़े जाने वाले सभी 78 अतिरिक्त कोच मेसर्स भारत अर्थ मूवर्स लिमिटेड (बीईएमएल) से खरीदे गए हैं. ये अतिरिक्त कोच रेड लाइन (लाइन -1) की वहन क्षमता को बढ़ाएंगे, जिसे वर्ष 2019 में गाजियाबाद में शहीद स्थल न्यू बस अड्डा तक बढ़ाया गया था. रेड लाइन पर 6 कोच वाली ट्रेनों को 8 कोच वाली ट्रेनों में परिवर्तित किया जा रहा है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि नियमित यात्री सेवाओं पर कोई प्रभाव न पड़े और इस लाइन पर वर्ष 2024 तक सभी ट्रेनें 8 कोच की हो जाएं.
प्रतिदिन 4.7 लाख यात्री करते हैं सफर : रेड लाइन पर मौजूदा चार इंटरचेंज स्टेशनों जैसे वेलकम, कश्मीरी गेट, इंद्रलोक और नेताजी सुभाष प्लेस के साथ प्रतिदिन 4.7 लाख यात्री सफर करते हैं. यह लाइन डीएमआरसी नेटवर्क का सबसे पुराना और सबसे महत्वपूर्ण गलियारों में से एक है. मेट्रो की यह एकमात्र ब्रॉडगेज लाइन है. रेड लाइन पर पुल बंगश और पीतमपुरा नाम के दो और स्टेशन भी चौथे चरण के पूरा होने के बाद इंटरचेंज स्टेशन बन जाएंगे. पिछले साल, येलो लाइन (लाइन -2 यानी समयपुर बादली से हुडा सिटी सेंटर) और ब्लू लाइन (यानी लाइन-3/4 द्वारका सेक्टर-21 से नोएडा इलेक्ट्रॉनिक सिटी) पर सभी 6-कोच वाली ट्रेनों को 8-कोच वाली ट्रेनों में परिवर्तित किया गया था. एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन सहित दिल्ली मेट्रो नेटवर्क के शेष कॉरिडोर जिन्हें बाद में दूसरे और तीसरे में बनाया गया था, ये स्टैण्डर्ड गेज पर बनाए गए थे.
अभी 336 ट्रेन सेट का बेड़ा है : उल्लेखनीय है कि दिल्ली मेट्रो नेटवर्क पर पहली 6 कोच ट्रेन सेवा वर्ष 2013 में रेड लाइन (लाइन -1) पर शुरू की गई थी. दिल्ली मेट्रो के पास अभी 336 ट्रेन सेट का बेड़ा है जिसमें 176 सेट छह कोच वाले हैं. 138 आठ कोच वाली ट्रेनें और 22 चार कोच वाली ट्रेनें चल रही हैं.
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