नई दिल्लीः दिल्ली महिला आयोग (Delhi Commission for Women) ने देश में कई लोगों की अचानक मौत की कई मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लिया है. कुछ समय पहले लखनऊ में अपने विवाह समारोह के दौरान अचानक दिल का दौरा पड़ने से एक दुल्हन की मृत्यु हो गई. इसी तरह एक 16 वर्षीय किशोर की क्रिकेट खेलते समय मृत्यु हो गई और एक व्यक्ति की मृत्यु मध्य प्रदेश के एक मंदिर में परिक्रमा करते समय हुई. ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें नौजवानों के साथ-साथ बुज़ुर्गों की मौत कार्डियक अरेस्ट की वजह से हुई है. वह भी तब जब वे बस अपने रोजमर्रा के काम कर रहे थे.
ऐसी कुछ घटनाएं कैमरे में कैद हो गई हैं और उसी के वीडियो सोशल मीडिया पर व्यापक रूप से फैल रहे हैं. इन मामलों ने गंभीर चिंता पैदा की है और व्यापक रूप से अनुमान लगाया जा रहा है कि ये किसी तरह से कोविड-19 से जुड़े हुए हैं. आयोग ने अचानक मौतों के इन मामलों को गंभीरता से लिया है और आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने केंद्र और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक को नोटिस जारी किया है.
आयोग ने इस मामले में इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) को भी नोटिस जारी किया है. आयोग ने नोटिस के जरिए इन मौतों की जांच के लिए संबंधित विभागों द्वारा गठित किसी भी समिति का ब्योरा मांगा है. आयोग ने ऐसी मौतों के कारणों के बारे में लोगों में जागरुकता पैदा करने के लिए उठाए गए कदमों के साथ-साथ उन सावधानियों के बारे में भी जानकारी मांगी, जिन्हें लोगों को लेने की सलाह दी जानी चाहिए. आयोग ने लोगों के स्वास्थ्य पर कोविड-19 वायरस के दीर्घकालिक प्रभाव का अध्ययन करने के लिए सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी पूछा है.
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आयोग ने यह सुनिश्चित करने के लिए उठाये गए कदमों की जानकारी मांगी है, जिससे ऐसी किसी भी आकस्मिक मौत की केंद्रीय फोरेंसिक और बायोमेडिकल टीम द्वारा ठीक से जांच की जाए ताकि इसके कारणों का ठीक से पता लगाया जा सके. दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल का कहना है कि "देश के सामने अचानक मौतों की कुछ दुर्भाग्यपूर्ण घटनाएं सामने आई हैं. इसी को दर्शाने वाले कई वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिसमें युवा और वृद्धों को नियमित कार्यों के दौरान अचानक मौके पर ही दम तोड़ते देखा जा सकता है. ऐसी मौतों के कारणों की तत्काल जांच की जानी चाहिए. यह पता लगाया जाना चाहिए कि क्या ये मामले किसी भी तरह से कोविड-19 से जुड़े हुए हैं. सरकार को ऐसे मामलों से निपटने के लिए एक रणनीति बनानी चाहिए और लोगों को उन सावधानियों के बारे में सूचित करने के लिए सरकार द्वारा सलाह जारी करनी चाहिए जो उन्हें बरतनी चाहिए."