नई दिल्लीः नॉर्थ एमसीडी के मेयर जय प्रकाश ने बताया कि उत्तरी दिल्ली नगर निगम कोरोना मरीजों को अधिक से अधिक सेवाएं प्रदान करने में लगी हुई है. निगम ने अपने तीन अस्पतालों में कोरोना मरीजों के उपचार के लिए लगभग 500 बेड की सुविधा विकसित कर ली है. नॉर्थ एमसीडी अपने सुश्री गिरधर लाल मातृत्व अस्पताल में बच्चों के लिए कोविड अस्पताल की सुविधा विकसित करने पर गंभीरता से विचार कर रही हैं.
तिमारपुर स्थित बालक राम अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी को पूरा करने के लिए ऑक्सीजन कंसंट्रेटर युक्त एक बस लगाई गई है, जिसे जरूरत पड़ने पर अन्य स्थानों पर भी भेजा जा सकता है. यह बस अरण्य फाउंडेशन द्वारा उपलब्ध कराई गई है.
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करोना मरीज जरूरी नहीं कि सब ठीक हो जाएं, उनमें से कुछ अपना जीवन खो देते हैं. उनके दुखद निधन को देखते हुए उत्तरी दिल्ली नगर निगम अपने अधिकार क्षेत्र में अतिरिक्त दाह संस्कार-दफन सुविधाएं विकसित कर रही है. ताकि अंतिम संस्कार विधिवत रूप से किया जा सके. उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने 15 अप्रैल, 2021 की दाह संस्कार की क्षमता 230 को बढ़ाकर 603 तक कर दिया है, हालांकि एक सप्ताह के समय में यह क्षमता 500 से अधिक हो गई थी.
आयुक्त संजय गोयल के अनुसार कुल 603 दाह संस्कार सुविधाओं में से 549 लकड़ी के साथ अंतिम संस्कार की सुविधाएं हैं. जबकि शेष 54 सीएनजी सुविधा हैं. इन सुविधाओं में से 445, कोविड रोगियों के लिए समर्पित हैं, जिनमें सभी 54 सीएनजी सुविधाएं शामिल हैं. इसलिए, शेष 158 सुविधाएं गैर कोविड मृत्यु के लिए हैं.
मंगोलपुरी में नव विकसित कब्रिस्तान में मुसलमानों के लिए 150 और ईसाइयों के लिए 60 कब्रों के लिए जगह भी विकसित की गई है. इस के अलावा श्मशान घाटों/कब्रिस्तानों तक शव वाहन सुविधा के लिए ईशा फाउंडेशन ने किराया पर पांच शव वाहन लेकर उत्तरी दिल्ली नगर निगम को मुफ्त सेवा प्रदान करने के लिए दिए है. ये सभी वाहन विभिन्न श्मशान घाटों पर तैनात हैं.
तमाम जानकारी निगम की वेबसाइट mcdonline.nic.in पर उपलब्ध है. यह सुविधा अस्पतालों/कोविड केयर केंद्र/होम आइसोलेशन से श्मशान/कब्रिस्तान तक कोविड 19 मरीजों के शवों को ले जाने के लिए उपलब्ध है. अब उत्तरी दिल्ली नगर निगम के पास कुल 13 शव वाहनों की सुविधा उपलब्ध है.