नई दिल्ली: आमतौर पर मुखबिरी लेकर कारोबारियों को लूटने वाले बदमाशों ने अपने तरीके में बड़ा बदलाव किया है. यह लुटेरे अब दिल्ली के प्रमुख बाजारों में खड़े होकर शिकार की तलाश करते हैं. उन्हें चिन्हित कर उनका पीछा करते हैं और मौका मिलते ही उन्हें लूट लेते हैं. लेकिन इस तरह से होने वाली वारदात से कारोबारी बच सकते हैं. उत्तरी जिला डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि इसके लिए उन्हें किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए.
जानकारी के अनुसार बीते दिनों दिल्ली में कारोबारियों के साथ लूट की तीन बड़ी वारदातों को अंजाम दिया गया. इनमें से एक वारदात उत्तरी जिला के इलाके में हुई जहां कारोबारी से 1.25 करोड़ रुपये लूटे गए. दूसरी वारदात मध्य जिला के डीबीजी रोड इलाके में हुई जहां कारोबारी के कर्मचारियों से 91 लाख रुपये लूटे गए. वहीं तीसरी वारदात रोहिणी जिला में हुई जहां पर कारोबारी की गाड़ी से लगभग 2 करोड़ रुपये लूटे गए. इन तीनों ही वारदातों को पुलिस सुलझाने में कामयाब रही. इन वारदातों में एक बात कॉमन निकली. तीनों ही वारदात में लुटेरे बाजार में पहले से मौजूद थे. इनके पास रुपये देखकर वह बाजार से उनका पीछा करने लगे और मौका मिलते ही लूट की वारदात को अंजाम दिया.
उत्तरी जिला डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि हाल में हुई लूट की वारदातों में यह खुलासा हुआ है कि लुटेरे बाजार से ही कारोबारी का पीछा कर रहे थे. यह लुटेरे बाजार में कारोबारियों पर नजर रखते हैं. अगर कोई गाड़ी में बड़े बैग रखते हुए दिखता है या किसी बैग में उन्हें रकम रखे होने का शक होता है तो वह उनके पीछे लग जाते हैं. रोहिणी में हुई वारदात में बदमाशों ने लगभग 25 किलोमीटर पीछा करने के बाद लूट को अंजाम दिया. उन्होंने बताया कि उत्तरी जिला में दो दर्जन से ज्यादा बड़े बाजार हैं. यहां पर रोजाना ही मोटी रकम का लेनदेन होता है. ऐसे में वह अपने क्षेत्र में रहने वाले कारोबारियों को लगातार जागरूक करने के साथ उन्हें सावधान रहने की सलाह देते हैं.
डीसीपी सागर सिंह कलसी ने बताया कि इस तरह की लूट को रोकने के लिए पुलिस भी अपने स्तर पर प्रयास करती है. उन्होंने अपने जिले में बैंक से लेकर एटीएम तक के सुरक्षा ऑडिट करवाये हैं. सादी वर्दी में बाजार के अंदर पुलिसकर्मियों को गश्त पर लगाया गया है जो संदिग्ध लोगों पर नजर रखते हैं. इसके अलावा सभी प्रमुख बाजारों को सीसीटीवी कैमरे से लैस किया गया है. इसके बाद भी बाजार के कारोबारियों के साथ अन्य जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगवाने के प्रयास किया जा रहा है. इस तरह से वारदात करने वाले गैंग के बारे में भी इनपुट जुटाए जाते हैं ताकि उनकी सक्रियता का पता लगाया जा सके.
लूट से बचाव के प्रमुख उपाय-
- अपने दफ्तर या दुकान में रखी नकदी के बारे में जानकारी कर्मचारी या किसी अन्य शख्स से साझा न करें.
- दुकान या दफ्तर के अंदर-बाहर सीसीटीवी कैमरे अवश्य लगवा लें.
- नौकर या कर्मचारी का पुलिस से सत्यापन अवश्य करवाएं.
- बड़ी रकम लेकर आने-जाने के दौरान अपने साथ हथियार से लैस सिक्योरिटी गार्ड को रख लें.
- सिक्योरिटी गार्ड, उसके हथियार और स्वास्थ्य का सत्यापन अवश्य करवा लें.
- ज्यादा रकम की ट्रांजेक्शन के दौरान गाड़ी में अगर ज्यादा लोग हों तो लुटेरों की हिम्मत टूटती है.
- बड़ी रकम लेकर जाते समय आप पुलिस से भी मदद ले सकते हैं.
- डिजिटल पेमेंट का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करें.
- पेमेंट ले जाने वाले बैग में जीपीएस लगा दें या कोई मोबाइल रख दें.
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