नई दिल्ली/नोएडा: चार सौ करोड़ के जीएसटी घोटाला मामले में नोएडा पुलिस ने गुरुवार को चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. पकड़े गए आरोपी फर्जी डेटाबेस के जरिए फर्जी जीएसटी फर्म बनाकर सरकार को हजारों करोड़ के राजस्व का नुकसान पहुंचा रहे थे. इन शातिर ठगों की निशानदेही पर पुलिस ने 250 फर्जी कंपनी के डिटेल, लैपटॉप, मोबाइल और पेन ड्राइव समेत अन्य सामान बरामद किया है. अभी तक की जांच में लगभग 8 विभिन्न खातों में लगभग 3 करोड़ से अधिक की धनराशि को फ्रीज किया गया है.
साईबर, आईटी सेल और कोतवाली 20 पुलिस ने राहुल निगम, पियूष कुमार गुप्ता, दिलीप शर्मा और राकेश कुमार को त्रिनगर दिल्ली से गिरफ्तार किया है. इस पूरे नेक्सेस का थाना सेक्टर 20 पुलिस ने खुलासा किया था. पुलिस इस मामले में मास्टरमाइंड सहित 25 आरोपियों को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है.
डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि आरोपियों का यह एक संगठित गिरोह है. गिरोह का मुख्य लीडर निशांत है, जो दिल्ली पीतमपुरा का रहने वाला है. निशांत पकड़े जाने के डर से बॉम्बे शिफ्ट हो गया है. वहीं से वह इन आरोपियों को फर्जी फर्म आदि डेटा उपलब्ध कराता है. साथ ही वह फर्म से जुड़े सभी अकाउंट का एक्सेस अपने पास रखकर कार्य करता है.
डीसीपी ने बताया कि आरोपी राहुल का कार्य फर्जी फेक बिल बनाना था. पीयूष गुप्ता द्वारा बैंकिंग का समस्त कार्य देखा जाता है. वहीं, दिलीप पैसों का लेनदेन व पैसों को आवश्यकतानुसार निशांत द्वारा बताए गए स्थानों पर पहुंचाता था. अभी तक की जांच में 250 शेल कंपनियों का पता चला है. साथ ही 8 विभिन्न खातों में लगभग 3 करोड़ से अधिक की धनराशी को फ्रीज किया गया है.