नई दिल्लीः वैश्विक महामारी कोरोना से लंबी लड़ाई लड़ने के बाद अब लोग जल्द ही इसके खात्मे को लेकर उम्मीद लगा रहे थे. लेकिन इसी बीच ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रेन का पता लगा है, जिसके बाद न केवल प्रशासन की, बल्कि डॉक्टरों की भी चिंता बढ़ गई है. देश के सबसे बड़े कोविड-19 अस्पताल LNJP के मेडिकल डायरेक्टर डॉ. सुरेश कुमार ने बताया है कि कोरोना का यह नया स्वरूप 70 फीसदी तक खतरनाक है.
'70 फीसदी तेजी से फैलता है वायरस का नया स्वरूप'
डॉ. सुरेश कुमार ने ईटीवी भारत के साथ खास बातचीत में बताया कि हाल ही में ब्रिटेन में कोरोना का नया स्वरूप सामने आया है, जो बेहद ही चिंताजनक है. उन्होंने बताया है कि यह वायरस कोविड-19 से अलग है क्योंकि इसमें म्यूटेशन हो गया है, इसका नाम 202012y01 या VUY है. डॉ. कुमार ने कहां कि यह वायरस कोविड-19 से ज्यादा तेजी से फैलता है और इसमें 70 फीसदी तक तेजी से संक्रमण फैलाने की क्षमता है. इसीलिए इसमें ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है और जो कोरोना के लिए जरूरी गाइडलाइन है उनका बेहद सख्ती से पालन करना आवश्यक है.
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'वैक्सीनेशन का असर नहीं होगा कम'
एलएनजेपी के मेडिकल डायरेक्टर ने कहा कि म्यूटेशन के बाद यह वायरस जितना खतरनाक हो गया है, उतनी ही सावधानी बरतने की आवश्यकता है. हालांकि लक्षण में कोई बदलाव नहीं हुए हैं. इससे बचाव के लिए भी वही सावधानियां हैं, जो अभी तक हम बरतते हुए आ रहे हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यह देखना होगा कि वैक्सीनेशन के दौरान किस तरीके से वायरस पर काबू किया जाता है. हालांकि उन्होंने यह साफ की वायरस की म्यूटेशन से वैक्सीनेशन का असर कम होना संभव नहीं है.