नई दिल्ली: लॉकडाउन के कारण लगभग एक महीने से बंद पड़ी हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की सबसे बड़ी मार्केट नेहरू प्लेस मार्केट एसोसिएशन ने अब सरकार से मार्केट खोले जाने की मांग की है. नेहरू प्लेस मार्केट एसोसिएशन और ऑल दिल्ली कंप्यूटर ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष महेंद्र अग्रवाल का कहना है कि भले ही मार्केट में सभी दुकानें बंद हैं लेकिन दुकानदारों के बिजली डीटीएच इंटरनेट आदि के बिल आ रहे हैं. इसके साथ ही दुकानदारों पर किराया आदि का बोझ भी बढ़ रहा है.
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'हर बार व्यापारी क्यों झेलता है लॉकडाउन की मार?'
महेंद्र अग्रवाल का कहना है कि हर बार लॉकडाउन की मार व्यापारियों और ट्रेडर्स को ही क्यों झेलनी पड़ती है, जबकि यह देश की अर्थव्यवस्था के लिए रीड की हड्डी का काम करते हैं. लॉकडाउन के बावजूद सरकार को टैक्स चुका रहे हैं. सभी खर्चों के लिए अपनी ईएमआई भी भर रहे हैं. सरकार ना तो लॉकडाउन के चलते व्यापारियों को किसी चीज में छूट देती है और ना ही इनके नुकसान की भरपाई के लिए कोई योजना लाई जाती है. ऐसे में लॉकडाउन के चलते मार्केट बंद होने के कारण सभी दुकानदारों और यहां पर काम कर रहे हजारों मजदूरों के लिए रोजी-रोटी का संकट भी खड़ा हो गया है.
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नेहरू प्लेस मार्केट हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर को खोलने की मांग
अग्रवाल का कहना है कि नेहरू प्लेस मार्केट हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की सबसे बड़ी मार्केट है. इसे भी एसेंशियल सर्विसेज में शामिल किया जाना चाहिए. क्योंकि चाहे स्वास्थ्य क्षेत्र हो या शिक्षा से जुड़ा हर जगह ऑनलाइन काम हो रहा है, जिसके लिए लैपटॉप मोबाइल फोन आदि की आवश्यकता पड़ रही है, हर जगह टेक्निकल सामान और गैजेट्स की जरूरत पड़ रही है और लोगों को परेशानी भी हो रही है क्योंकि मार्केट बंद होने के चलते ना तो लोग अपना फोन, लैपटॉप, कंप्यूटर ठीक करवा पा रहे हैं, और ना ही कोई सामान खरीद पा रहे हैं जबकि उन्हें मौजूदा समय में इन चीजों की सबसे ज्यादा जरूरत पड़ रही है.