नई दिल्ली: एम बी एम प्रोडक्शन के बैनर तले नीम करोली महाराज जीवन दर्शन पर आधारित सीरियल आने वाले दिनों में भारत सहित अन्य देशों में लोगों के घर घर पहुंचेगा. यह सीरियल फिलहाल 108 एपिसोड का बनाया जा रहा है. यह शनिवार रात 9 बजे टीवी पर प्रसारित किया जाएगा. सीरियल के निर्माता विजय शर्मा व सह निर्मात्री प्रेम सिंघल और संजय सक्सेना इस सीरियल के निर्देशक हैं.
गुड़गांव दिल्ली की फिल्म निर्माण कंपनी एम बी एम प्रोडक्शन ने पिछले 10 दिनों में नैनीताल, नौकुचिया ताल, उत्तराखंड और चित्तौली, हापुड़ उत्तर प्रदेश में सीरियल की शूटिंग की है. सीरियल के निर्माता ने बताया कि यह हर शनिवार को प्राइम टाइम पर टेलीकास्ट होगा. उन्होंने बताया कि इस सीरियल निर्माण से पहले हमारी टीम ने बाबा नीम करोली के जीवन से जुड़े हर पहलू का गहनता से अध्ययन किया है.
इस सीरियल के मार्गदर्शन मंडल के सदस्य:
- प्रभु दयाल शर्मा (आगरा)
- हरि शर्मा (अलीगढ़)
- संजीव शर्मा (नोएडा)
एम बी एम प्रॉडक्शन्स्:
- विजय शर्मा गुड़गांव (निर्माता)
- प्रेम सिंघल अहमदाबाद (सह निर्मात्री)
- संजय सक्सेना (निर्देशक)
ऐसे थे नीम करोली बाबा: नीम करोली बाबा को दुनिया ऐसे हीं नहीं मानती है. उन्होंने पूरे विश्व में ऐसे-ऐसे चमत्कार किए हैं कि सभी उनके सामने नतमस्तक होते हैं. एप्पल कंपनी के मालिक स्टीव वोज्नियाक आश्रम में आए थे. उन्होंने कई करोबार किए, लेकिन वे सफल नहीं हो पाए. तब वे खुद कैची धाम आए और उनको महाराज के आशीर्वाद से प्रेरणा मिली. जब वे यहां से गए तो नैनीताल में एप्पल (सेब) बहुत मशहूर है. उन्होंने इसी प्रेरणा से एप्पल को अपना LOGO बनाया.
ऐसे ही फेसबुक के मालिक मार्क जुकरबर्ग भी बहुत परेशान थे. वो भी आश्रम में आए, लेकिन तब तक महाराज ने अपना शरीर छोड़ दिया था. उस समय आश्रम में सीधीमा थी. उनसे वो मिले और अपनी समस्या बताई. उन्होंने उनको कहा कि आश्रम में हनुमान जी की मूर्ति है. आप उनको परेशानी बताईए आपका कल्याण हो जाएगा. उसके बाद उनको बाबा का आशीर्वाद मिला. जब वह वापस लौटकर आए तो आपको बताने की आवश्यकता नहीं है कि आज वह क्या हैं.
इसी कड़ी में अमेरिकन एक्ट्रेस जूली रोबर्ट भी बाबा जी से बहुत प्रभावित थी. उन्होंने ईसाई धर्म छोड़ कर हिंदू धर्म को अपनाया. इसी तरह मेडिकल लाइन में डॉ. लेरी बेलिएंट है, जो महाराज जी के पास 1970-1971 में आए थे. उस समय चेचक की महामारी निकलती थी. वो इसके ऊपर शोध करना चाहते थे जो (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के साथ था. लेकिन उनका चयन नहीं हो पाता था. कुछ समय वो महाराज जी के पास रहे. तब महाराज जी ने उन्हें कहा कि अब आप जाओ आपको सफलता मिलेगी. इस तरह से बाबा के तमाम रहस्य देश और दुनिया के सामने मौजूद हैं.
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