नई दिल्ली: दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ चुनाव (DUTA Election) में नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (एनडीटीएफ) के उम्मीदवार और मौजूदा डूटा अध्यक्ष प्रोफेसर एके भागी ने जीत दर्ज की है. उन्होंने 11 शिक्षक संगठनों के संयुक्त उम्मीदवार प्रोफेसर आदित्य नारायण मिश्रा को 395 वोटों से हराया. प्रोफेसर भागी को 4182 और प्रोफेसर मिश्रा को 3787 वोट मिले. वहीं, 252 वोट अवैध पाए गए. शिक्षक संघ चुनाव के लिए बुधवार सुबह 10 बजे से वोटिंग शुरू हुई थी, जो शाम पांच बजे तक चली. इस दौरान कुल 9600 शिक्षक मतदाताओं में से आठ हजार से ज्यादा शिक्षकों ने मतदान किया था.
मतदान के बाद छह बजे से मतगणना शुरू हुई जो देर रात एक बजे तक चली. इसके बाद चुनाव परिणाम जारी किया गया. प्रोफेसर आदित्य नारायण मिश्रा आम आदमी पार्टी के शिक्षक संगठन एकेडमिक्स फॉर एक्सन एण्ड डेवलपमेंट टीचर्स एसोसिएशन (एएडीटीए) के संयोजक हैं. उन्हें डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट (डीटीएफ़), कांग्रेस के शिक्षक संगठन, एवं अन्य 11 शिक्षक संगठनों ने गठबंधन कर डेमोक्रेटिक यूनाइटेड टीचर्स एलायंस (डीयूटीए) के संयुक्त उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ाया था. लेकिन, उन्हें हार का सामना करना पड़ा.
डीटीएफ की अध्यक्ष प्रोफेसर नंदिता नारायण ने बताया कि डूटा कार्यकारिणी में डीटीएफ के तीन उम्मीदवार आभा देव हबीब, रुद्राशीष चक्रवर्ती और संजीव कौशल चुनाव जीते हैं, जबकि एक उम्मीदवार मनोज कुमार मामूली अंतर से हार गए. वहीं, एएडीटीए के तीन उम्मीदवार, आनंद प्रकाश, बिमलेंदु, देव नंदन भी और एन सचिन ने भी जीत दर्ज की.
डीटीएफ ने आदित्य नारायण मिश्रा को दिया था समर्थनः नंदिता नारायण ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी), निजीकरण, विस्थापन और पुरानी पेंशन योजना और पिछली सेवा की गिनती के लिए लड़ाई जारी रहेगी. पिछले चुनाव में भागी ने डीटीएफ की उम्मीदवार प्रोफेसर आभा देव हबीब को 1300 से भी ज्यादा वोटों से हराया था. इस बार डीटीएफ ने भी आदित्य नारायण मिश्रा को समर्थन दिया था.
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