नई दिल्ली: देश का नाम 'भारत' कर दिया जाए और 'इंडिया' को हटा दिया जाए. इस समय हमारे देश में नाम को लेकर बहस चल रही है. इसकी शुरुआत राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की ओर से भेजे गए इन्विटेशन कार्ड पर 'प्रेसिडेंट ऑफ भारत' लिखे जाने से शुरू हुई. अब तक कार्ड पर 'प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया' लिखा जाता था. वहीं, अब इस पूरे मामले को लेकर देश में सियासी घमासान मचा हुआ है.
विपक्ष ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि मोदी जी 'इंडिया' से डर गए हैं. जब से विपक्षी गठबंधन का नाम इंडिया पड़ा है तब से सत्ता पक्ष में डर का माहौल है. वहीं इस पूरे मामले पर दिल्ली के युवाओं की क्या राय है आइए जानते हैं...
ईटीवी भारत से बात करते हुए उमंग ने बताया कि इंडिया और भारत करने से कुछ नहीं होने वाला है. इस समय देश में महंगाई और बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है. नाम बदलने से देश के ऊपर कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. इंडिया नाम भी अच्छा है भारत भी अच्छा है. हालांकि, उनका ये भी कहना है कि अब तक भारत को विदेशी लोग इंडियन नाम से जानते हैं. उनकी राय में हिंदुस्तान ऑफिशियल नाम होना चाहिए.
इंडिया नाम अंग्रेजों के द्वारा दिया गया था: विनीत ने बताया कि इंडिया नाम अंग्रेजों ने दिया, जो गुलामी का प्रतीक है. भारत नाम बहुत अच्छा है. सदियों से लोग इंडिया को भारत के नाम से जानते हैं. यह तो जब अंग्रेज आए उसने भारत का नाम बदलकर इंडिया रख दिया. असल में नाम भारत ही होना चाहिए. वहीं, अभिषेक ने बताया कि सरकार ने सोच समझ कर नाम बदला है. भारत नाम काफी अच्छा है, जो हमारी सनातन संस्कृति का एक हिस्सा भी है. पहले से हम लोग भारत के नाम से जाने जाते थे. वहीं, आशीष ने बताया कि वह चाहते हैं कि इंडिया की जर्सी पर भी अब भारत नाम लिखा रहें.
ये भी पढ़ें: