नई दिल्ली: स्वतंत्रता संग्राम में के दौरान कई देशभक्तों ने अपनी जान की कुर्बानी दे दी इस मुल्क को आजाद करवाने के लिए. ऐसे वीरों की गाथा हम बड़ी शान से पीढ़ी दर पीढ़ी सुनते और सुनाते आ रहे हैं.
बहुत से वीर ऐसे थे जिनके त्याग और बलिदान की कहानियां सुनाने वाला कोई नही है. इतिहास के पन्नों से बेखबर इन देशभक्तों को श्रद्धांजलि देते हुए लाल किले में एक संग्रहालय बनाया गया है. जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेश शर्मा ने किया.
बता दें कि लाल किले में बन रहे संग्रहालयों की श्रृंखला में ये पांचवा संग्रहालय है. भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा लाल किले में बनाए गए संग्रहालय -'आजादी के दीवाने' का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा द्वारा किया गया.
बलिदानियों को किया समर्पित
ये संग्रहालय देश के उन वीरों के सम्मान में बनाया गया है जिन्होंने अपने त्याग और साहस से आजादी की लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी लेकिन जिनका कहीं कोई लेखा जोखा नहीं है. ये संग्रहालय उन क्रांतिकारियों, महिलाओं और बहादुर बच्चों को श्रद्धांजलि देता है जिन्होंने निःस्वार्थ भाव से बलिदान दिया है.
लाल किला में बना है संग्रहालय
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में लाल किले में बने क्रांति मंदिर की कड़ी में एक और संग्रहालय-'आज़ादी के दीवाने' का शुभारंभ हुआ है. उन्होंने बताया कि क्रांति मंदिर की श्रृंखला इसीलिए बनाई गई है ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी ये जान सके कि आजादी कितनी कुर्बानियां देकर मिली है और इनसे प्रेरणा ले सकें.
उन्होंने एएसआई को इस संग्रहालय के उद्घाटन समारोह पर ढेरों बधाई दी.
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जीवंत देख पाएंगे उन युद्धों को
बता दें कि इस संग्रहालय को विशिष्ट प्रकार से बनाया गया है. इसमें मल्टी सेंसरी टेक्नोलॉजी का प्रयोग हुआ है जो दर्शकों को व्यस्त रखेंगी. इस संग्रहालय को इस तरह से बनाया गया है जिसमें गैलरी के एक भाग से दूसरे तक जाते समय हर कोई आजादी के लिए हुए युद्ध को जैसे जीवंत रूप में देख पाएंगे और महसूस भी कर पाएंगे.
बता दें कि इससे पूर्व 23 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा नेताजी सुभाष चंद्र बोस और इंडियन नेशनल आर्मी म्यूजियम का लाल किले में उद्घाटन किया गया था.