नई दिल्ली : विकासपुरी इलाके में अमित की हत्या की घटना एक करोड़ की रंगदारी नहीं देने के चलते हुई थी. हत्या को कुख्यात गैंगस्टर मंजीत महाल के भांजे सूर्या ने अंजाम दिया है.
पुलिस ने इस गैंग के एक नाबालिग शूटर को रोहिणी से मुठभेड़ के बाद पकड़ा है. उसके पास से तीन पिस्तौल, कारतूस एवं राजस्थान से लूटी गई क्रेटा कार बरामद की है. इससे पहले भी यह नाबालिग कई आपराधिक वारदातों में शामिल रहा है.
ये था मामला ं
डीसीपी जॉय टिर्की ने बताया कि बीते 13 जून की रात अमित कोचर को उसके घर से कुछ लोगों ने बातचीत के लिए बाहर बुलाया. आरोपी ने पुलिस को बताया कि अमित प्रॉपर्टी का काम करने के साथ ही सट्टा चलाता था. सूर्या ने उससे एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी जो वह नहीं दे रहा था.
13 जून की रात उसके घर के बाहर वह उसे सबक सिखाने पहुंचे. उन्होंने बेल बजाकर अमित को बुलाया और उसे कहा कि उसकी गाड़ी के चलते रास्ता बंद हो रखा है. वह जैसे ही गाड़ी में बैठा उसके एक तरफ सूर्या जबकि दूसरी तरफ यह नाबालिग आकर खड़ा हो गया. उन्होंने एक बार फिर उससे एक करोड़ रुपये मांगे जो देने से उसने इनकार कर दिया. इनकार करने पर उन्होंने ताबड़तोड़ गोली मारकर उसकी हत्या कर दी. इस हत्या में सूर्या के साथ प्रदीप, नीरज और राहुल शामिल थे.
मामले में क्राइम ब्रांच के एसीपी अरविंद यादव को सूचना मिली कि यह हत्या नजफगढ़ के लोकेश उर्फ सूर्या गैंग ने की है. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक लोकेश मंजीत महाल का भांजा है. यह भी पता चला कि हत्या में शामिल एक नाबालिग रोहिणी सेक्टर 35 में किसी से तड़के मिलने आएगा. जिसके बाद एसआई आशीष और सिपाही रामबीर ने पीछा कर उसे पकड़ लिया. उसके पास से दो पिस्तौल, कार से एक पिस्तौल, 21 जिंदा कारतूस बरामद हुए. उसके पास मौजूद क्रेटा कार राजस्थान से लूटी गई थी.
ताबड़तोड़ अपराध कर रहा सूर्या गैंग
डीसीपी जॉय टिर्की ने बताया कि सूर्या गैंग राजधानी सहित आसपास के राज्यों में ताबड़तोड़ वारदात कर रहा है. वर्ष 2018 में उन्होंने बिंदापुर के एक डॉक्टर से एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी. बीते वर्ष उन्होंने चालक को अगवा कर राजस्थान से क्रेटा कार लूटी थी. बीते 5 फरवरी को उन्होंने नजफगढ़ इलाके में हरिओम यादव पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाई थी. तीन गोली लगने के बावजूद वह बच गया था.
29 अप्रैल को इस गैंग ने जनकपुरी के एक डिपार्टमेंटल स्टोर में घुसकर 15 लाख रुपये लूट लिए थे. इस मामले के शिकायतकर्ता को उन्होंने जान से मारने की धमकी दी थी.