ETV Bharat / state

Raghav Chadha suspended: AAP बोली- जब से बना है I.N.D.I.A, तब से बौखला गए हैं मोदी जी... खिलाफत की हर आवाज दबा रहे

आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा फर्जी हस्ताक्षर के आरोप में राज्यसभा से निलंबित कर दिए गए हैं. जबकि, संजय सिंह का निलंबन बढ़ा दिया गया है. अब इस मामले पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है और I.N.D.I.A को एकजुट होकर लड़ने का आह्वान किया है.

लोकतंत्र को आजाद कराने के लिए लड़ना होगा
लोकतंत्र को आजाद कराने के लिए लड़ना होगा
author img

By

Published : Aug 11, 2023, 3:26 PM IST

Updated : Aug 11, 2023, 6:53 PM IST

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच गुरुवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा को सदन से निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले AAP सासंद संजय सिंह को निलंबित किया गया था. बताया जा रहा है कि उनका सस्पेंशन भी बढ़ा दिया गया है. ऐसे में दोनों नेता तब तक निलंबित रहेंगे जब तक विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं आ जाती है. इस पूरे मामले पर आम आदमी पार्टी के नेताओं के रिएक्शन आने शुरू हो गए हैं.

संजय सिंह का पीएम मोदी पर हमला: संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब गुरुवार को सदन में बोल रहे थे तब वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठे थे. पता नहीं क्या-क्या बोले जा रहे थे. जबकि उन्हें बोलना मणिपुर पर था. AAP सांसद ने कहा कि जब भी कोई सरकार से सवाल पूछता है सदन में उसकी सदस्यता रद्द कर दी जाती है. पहले राहुल गांधी और अब राघव चड्ढा की सदस्यता रद्द की गई.

  • भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि दो बार सज़ा मिल रही है।

    जब आज संसद सत्र ख़त्म हो रहा है तो मेरा Suspension Extend कर दिया गया है।

    इसकी वजह समझ आई जब PM Modi को बोलते देखा

    वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।

    Blah Blah कुछ भी बोले जा रहे थे
    जबकि उन्हें बोलना Manipur पर… pic.twitter.com/yYj3ICtcwD

    — AAP (@AamAadmiParty) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

संजय सिंह ने कहा कि गजब खेल चल रहा है. जब भी कोई भाजपा से सवाल पूछता है उसे सस्पेंड करवा दिया जाता है. मणिपुर पर बोलने की बजाय प्रधानमंत्री सांसदों की सदस्यता रद्द और निलंबन करवाने में लगे हुए हैं. देश में अराजकता का माहौल चल रहा है. हमारे सांसद ने मणिपुर में हो रही हैवानियत को लेकर सवाल पूछा था. किस तरह से मणिपुर में आज कारगिल युद्ध में शामिल हुए एक जवान की पत्नी को निर्वस्त्र घुमाया गया. ऐसे सवाल पूछने पर सरकार बौखला कर सांसदों की सदस्यता रद्द करवा रही है. जब से इंडिया का गठबंधन बना है. तब से मोदी जी बौखलाए हुए हैं. लेकिन हम आम आदमी पार्टी के शेर हैं. अरविंद केजरीवाल के शेर हैं. हम सरकार की गीदड़ धमकी और बंदर गुड़की से डरने वाले नहीं है.

आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में अपनी हार दिखाई देती है इसलिए संसद में जो भी उनके खिलाफ बोलता है उसके खिलाफ इस तरह की कार्रवाई करती है. राघव चड्ढा का निलंबन गलत है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री संसदीय परंपराओं का उल्लंघन करते हैं.

  • My statement on suspension from Rajya Sabha

    राज्य सभा से निलंबित होने पर मेरी प्रतिक्रिया pic.twitter.com/0jM3DS6M7I

    — Raghav Chadha (@raghav_chadha) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आम आदमी पार्टी का पक्ष: राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने विशेषाधिकार समिति द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने तक राघव चड्ढा को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया. उक्त निलंबन गुरुवार को राघव द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कथित उल्लंघन मामले में अपना बचाव करने के कारण किया गया है.

पीयूष गोयल के निलंबन प्रस्ताव या विशेषाधिकार समिति द्वारा दिए गए नोटिस में कहीं भी जालसाजी या नकली, हस्ताक्षर, फर्ज़ीवाड़ा आदि शब्दों का उल्लेख नहीं है. सदन के नेता ने 10 अगस्त 2023 को प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंश भी उद्धृत किए हैं और सहमति की प्रक्रिया को समझाने के लिए जन्मदिन के निमंत्रण का उपयोग करने का उदाहरण भी दिया है. इसलिए, चूंकि किसी भी जालसाजी या नकली हस्ताक्षर का कोई उल्लेख नहीं किया गया है, इसलिए मीडिया से अनुरोध है कि वे इसका उपयोग करने से बचें अन्यथा हम कानून के अनुसार कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे.

राघव चड्ढा पर लगा है ये आरोप: सांसद राघव चड्ढा पर पांच राज्यसभा सांसदों ने सोमवार को विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की थी. राघव पर आरोप है कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनके फर्जी हस्ताक्षर शामिल किए गए हैं.

  • जो भी संसद में Modi के खिलाफ़ आवाज़ उठाएगा
    उसपर ‘Suspended’ का मुहर लगा दिया जाएगा। pic.twitter.com/TKFroevGtM

    — AAP (@AamAadmiParty) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राघव चड्ढा का मामले पर तर्क: राघव चड्ढा ने कहा कि रूल बुक के अनुसार राज्यसभा संचालित होती है. रूल बुक में लिखा है कि किसी भी चयन समिति के गठन के लिए कोई भी सांसद नाम प्रस्तावित कर सकता है. जिस सदस्य का नाम प्रस्तावित किया जाता है उसके हस्ताक्षर और लिखित सहमति की जरूरत नहीं होती है. रूल बुक में कहीं पर भी नहीं लिखा है कि चयन समिति में प्रस्तावित किसी सदस्य का नाम देने के लिए लिखित सहमति या हस्ताक्षर चाहिए. इसके बावजूद बीजेपी द्वारा झूठा प्रचार फैलाया गया कि गलत हस्ताक्षर हो गया है.

  • #WATCH | On AAP MPs Sanjay Singh & Raghav Chadha's suspension, Shiv Sena (UBT) MP Priyanka Chaturvedi says, "It is such an undemocratic decision...What was Sanjay Singh's mistake? It is a tradition to go in the well of the House. Arun Jaitley used to say that it is part of… pic.twitter.com/5HLANvrVoO

    — ANI (@ANI) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीजेपी पर झूठा प्रचार करने का आरोप: गुरुवार को राघव चड्ढा इस मामले पर अपनी बात रखने के लिए मीडिया के सामने आए. राघव ने कहा कि भाजपा का मूल मंत्र है कि एक झूठ को हजार बार बोलो ताकि वह सच्चाई में तब्दील हो जाए. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया गया है. अमूमन यह देखा जाता है कि जब किसी सदस्य के खिलाफ विशेषाधिकार समिति कोई कार्यवाही शुरु करती है तो वह सदस्य उस पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं देता. लेकिन उन्हें मजबूरन भाजपा के झूठ का पर्दाफाश करने के लिए सामने आना पड़ा.

गौरतलब है कि इससे पहले संसद के मानसून सत्र जब शुरू हुआ था तो आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह मणिपुर के मुद्दे पर उठाया था. इस दौरान उन पर संसद के नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. तब से वह बाहर हैं और अब आम आदमी पार्टी के दूसरे सांसद राघव चड्ढा पर यह कार्यवाही की गई है.

  1. ये भी पढ़ें: Amendment in Criminal Laws : खत्म होगा राजद्रोह कानून, सीआरपीसी, आईपीसी और साक्ष्य कानूनों में बड़ा बदलाव
  2. ये भी पढ़ें: पीएम मोदी डिग्री विवाद में केजरीवाल को झटका, गुजरात हाई कोर्ट ने मानहानि केस की सुनवाई रोकने से किया इनकार

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी और भारतीय जनता पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. इस बीच गुरुवार को आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा को सदन से निलंबित कर दिया गया है. इससे पहले AAP सासंद संजय सिंह को निलंबित किया गया था. बताया जा रहा है कि उनका सस्पेंशन भी बढ़ा दिया गया है. ऐसे में दोनों नेता तब तक निलंबित रहेंगे जब तक विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट नहीं आ जाती है. इस पूरे मामले पर आम आदमी पार्टी के नेताओं के रिएक्शन आने शुरू हो गए हैं.

संजय सिंह का पीएम मोदी पर हमला: संजय सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी जब गुरुवार को सदन में बोल रहे थे तब वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठे थे. पता नहीं क्या-क्या बोले जा रहे थे. जबकि उन्हें बोलना मणिपुर पर था. AAP सांसद ने कहा कि जब भी कोई सरकार से सवाल पूछता है सदन में उसकी सदस्यता रद्द कर दी जाती है. पहले राहुल गांधी और अब राघव चड्ढा की सदस्यता रद्द की गई.

  • भारत के इतिहास में पहली बार हो रहा है कि दो बार सज़ा मिल रही है।

    जब आज संसद सत्र ख़त्म हो रहा है तो मेरा Suspension Extend कर दिया गया है।

    इसकी वजह समझ आई जब PM Modi को बोलते देखा

    वो अपना मानसिक संतुलन खो बैठे हैं।

    Blah Blah कुछ भी बोले जा रहे थे
    जबकि उन्हें बोलना Manipur पर… pic.twitter.com/yYj3ICtcwD

    — AAP (@AamAadmiParty) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

संजय सिंह ने कहा कि गजब खेल चल रहा है. जब भी कोई भाजपा से सवाल पूछता है उसे सस्पेंड करवा दिया जाता है. मणिपुर पर बोलने की बजाय प्रधानमंत्री सांसदों की सदस्यता रद्द और निलंबन करवाने में लगे हुए हैं. देश में अराजकता का माहौल चल रहा है. हमारे सांसद ने मणिपुर में हो रही हैवानियत को लेकर सवाल पूछा था. किस तरह से मणिपुर में आज कारगिल युद्ध में शामिल हुए एक जवान की पत्नी को निर्वस्त्र घुमाया गया. ऐसे सवाल पूछने पर सरकार बौखला कर सांसदों की सदस्यता रद्द करवा रही है. जब से इंडिया का गठबंधन बना है. तब से मोदी जी बौखलाए हुए हैं. लेकिन हम आम आदमी पार्टी के शेर हैं. अरविंद केजरीवाल के शेर हैं. हम सरकार की गीदड़ धमकी और बंदर गुड़की से डरने वाले नहीं है.

आम आदमी पार्टी के नेता सोमनाथ भारती ने कहा कि यह बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 2024 में अपनी हार दिखाई देती है इसलिए संसद में जो भी उनके खिलाफ बोलता है उसके खिलाफ इस तरह की कार्रवाई करती है. राघव चड्ढा का निलंबन गलत है. उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री संसदीय परंपराओं का उल्लंघन करते हैं.

  • My statement on suspension from Rajya Sabha

    राज्य सभा से निलंबित होने पर मेरी प्रतिक्रिया pic.twitter.com/0jM3DS6M7I

    — Raghav Chadha (@raghav_chadha) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

आम आदमी पार्टी का पक्ष: राज्यसभा में सदन के नेता पीयूष गोयल ने विशेषाधिकार समिति द्वारा रिपोर्ट प्रस्तुत किए जाने तक राघव चड्ढा को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया. उक्त निलंबन गुरुवार को राघव द्वारा प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कथित उल्लंघन मामले में अपना बचाव करने के कारण किया गया है.

पीयूष गोयल के निलंबन प्रस्ताव या विशेषाधिकार समिति द्वारा दिए गए नोटिस में कहीं भी जालसाजी या नकली, हस्ताक्षर, फर्ज़ीवाड़ा आदि शब्दों का उल्लेख नहीं है. सदन के नेता ने 10 अगस्त 2023 को प्रेस कॉन्फ्रेंस के अंश भी उद्धृत किए हैं और सहमति की प्रक्रिया को समझाने के लिए जन्मदिन के निमंत्रण का उपयोग करने का उदाहरण भी दिया है. इसलिए, चूंकि किसी भी जालसाजी या नकली हस्ताक्षर का कोई उल्लेख नहीं किया गया है, इसलिए मीडिया से अनुरोध है कि वे इसका उपयोग करने से बचें अन्यथा हम कानून के अनुसार कानूनी कार्रवाई करने के लिए बाध्य होंगे.

राघव चड्ढा पर लगा है ये आरोप: सांसद राघव चड्ढा पर पांच राज्यसभा सांसदों ने सोमवार को विशेषाधिकार प्रस्ताव लाने की मांग की थी. राघव पर आरोप है कि दिल्ली सेवा विधेयक पर प्रस्तावित चयन समिति में उनके फर्जी हस्ताक्षर शामिल किए गए हैं.

  • जो भी संसद में Modi के खिलाफ़ आवाज़ उठाएगा
    उसपर ‘Suspended’ का मुहर लगा दिया जाएगा। pic.twitter.com/TKFroevGtM

    — AAP (@AamAadmiParty) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

राघव चड्ढा का मामले पर तर्क: राघव चड्ढा ने कहा कि रूल बुक के अनुसार राज्यसभा संचालित होती है. रूल बुक में लिखा है कि किसी भी चयन समिति के गठन के लिए कोई भी सांसद नाम प्रस्तावित कर सकता है. जिस सदस्य का नाम प्रस्तावित किया जाता है उसके हस्ताक्षर और लिखित सहमति की जरूरत नहीं होती है. रूल बुक में कहीं पर भी नहीं लिखा है कि चयन समिति में प्रस्तावित किसी सदस्य का नाम देने के लिए लिखित सहमति या हस्ताक्षर चाहिए. इसके बावजूद बीजेपी द्वारा झूठा प्रचार फैलाया गया कि गलत हस्ताक्षर हो गया है.

  • #WATCH | On AAP MPs Sanjay Singh & Raghav Chadha's suspension, Shiv Sena (UBT) MP Priyanka Chaturvedi says, "It is such an undemocratic decision...What was Sanjay Singh's mistake? It is a tradition to go in the well of the House. Arun Jaitley used to say that it is part of… pic.twitter.com/5HLANvrVoO

    — ANI (@ANI) August 11, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

बीजेपी पर झूठा प्रचार करने का आरोप: गुरुवार को राघव चड्ढा इस मामले पर अपनी बात रखने के लिए मीडिया के सामने आए. राघव ने कहा कि भाजपा का मूल मंत्र है कि एक झूठ को हजार बार बोलो ताकि वह सच्चाई में तब्दील हो जाए. उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ दुष्प्रचार किया गया है. अमूमन यह देखा जाता है कि जब किसी सदस्य के खिलाफ विशेषाधिकार समिति कोई कार्यवाही शुरु करती है तो वह सदस्य उस पर कोई सार्वजनिक बयान नहीं देता. लेकिन उन्हें मजबूरन भाजपा के झूठ का पर्दाफाश करने के लिए सामने आना पड़ा.

गौरतलब है कि इससे पहले संसद के मानसून सत्र जब शुरू हुआ था तो आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह मणिपुर के मुद्दे पर उठाया था. इस दौरान उन पर संसद के नियमों का पालन नहीं करने के आरोप में पूरे सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया था. तब से वह बाहर हैं और अब आम आदमी पार्टी के दूसरे सांसद राघव चड्ढा पर यह कार्यवाही की गई है.

  1. ये भी पढ़ें: Amendment in Criminal Laws : खत्म होगा राजद्रोह कानून, सीआरपीसी, आईपीसी और साक्ष्य कानूनों में बड़ा बदलाव
  2. ये भी पढ़ें: पीएम मोदी डिग्री विवाद में केजरीवाल को झटका, गुजरात हाई कोर्ट ने मानहानि केस की सुनवाई रोकने से किया इनकार
Last Updated : Aug 11, 2023, 6:53 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.