नई दिल्ली: देश के पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली के निधन के बाद हर नेता, हर मंत्री उनसे जुड़ी याद को साझा कर रहा है. अनुप्रिया पटेल उन कुछ युवा नेताओं में से हैं, जिन्हें अरुण जेटली के सियासी अनुभव का सानिध्य मिलता रहा है और इन्हीं सानिध्य को अनुप्रिया पटेल ने ईटीवी भारत से बातचीत में बयां किया.
अनुप्रिया पटेल ने अरुण जेटली के राजनीतिक और व्यक्तिगत जीवन को अनुकरणीय बताया, उन्होंने कहा कि न सिर्फ एक मंत्री के रूप में बल्कि एक नेता के रूप में भी वो हमेशा याद किए जाते रहेंगे और इस दुख की घड़ी में मैं दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करती हूं और उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करती हूं.
अनुप्रिया पटेल ने साझा की पुरानी यादें
अनुप्रिया पटेल ने बताया कि मैं जब नई-नई सांसद चुनकर आई थीं, तब मुझे पता नहीं था कि संसद में किस तरह वक्तव्य दिया जाना चाहिए और तब मैं अरुण जेटली जी के पास गई और उन्होंने बताया कि पहले अपने क्षेत्र के बारे में बात रखो, फिर अपनी पार्टी की विचारधारा की बात रखो और फिर अपने प्रदेश की जरूरतों के हिसाब से बात रखो.
अनुप्रिया पटेल ने बताया कि इतना ही नहीं, जब मैं मंत्री बनी तब भी अरुण जेटली जी का मार्गदर्शन मिलता रहा. उन्होंने एक याद साझा करते हुए कहा कि एक बार मेरे मंत्रालय से संबंधित कोई प्रश्न सदन में पूछा गया और मैं अरुण जेटली जी के ठीक पीछे बैठा करती थी. उन्होंने पीछे मुड़कर मुझसे पूछा कि अनुप्रिया क्या तुम इसका जवाब दे रही हो, तो मैंने बताया कि मेरी कैबिनेट से इसके लिए मुझे नहीं कहा गया है. फिर वो मेरे कैबिनेट मंत्री की तरफ मुड़े और उनसे कहा कि अब से आपके मंत्रिमंडल से जुड़े किसी भी सवाल का जवाब अनुप्रिया को देने दीजिए.
अनुप्रिया पटेल की अरुण जेटली से जुड़ी ये यादें बताती हैं कि किस तरह अरुण जेटली युवा नेताओं को सामने आने और उभरने का मौका देते रहे. गौतम गंभीर ने भी कुछ इसी तरह से आज अरुण जेटली को याद किया था.