नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में भारी संख्या में शिक्षकों के पद खाली हैं. इसका अंदाजा आप इसी बात से लगा सकते हैं कि दिल्ली में प्राइमरी (सहायक) शिक्षकों के हजार से ज्यादा पद खाली है. शिक्षा विभाग के अनुसार, विभाग के पास 4061 सहायक शिक्षक (प्राइमरी) के पद हैं और मौजूदा समय में अभी 1019 सहायक शिक्षक के पद खाली हैं. शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, जल्द ही पद भर लिए जाएंगे. इसके लिए जल्द ही डीएसएसएसबी के माध्यम से भर्ती निकाली जाएगी.
आरटीआई एक्टिविस्ट फिजा ने शिक्षा विभाग में सहायक शिक्षक प्राइमरी के पद के संबंध में आरटीआई लगाई थी, जिसका जवाब गत वर्ष दिसंबर माह में शिक्षा विभाग की ओर से दिया गया है. गौर करने वाली बात यह है कि बीते दिनों पहले एक आरटीआई के जवाब में शिक्षा विभाग ने जानकारी दी थी कि उनके पास 11 हजार से अधिक टीजीटी शिक्षकों के पद खाली हैं. हालांकि इन खाली पदों पर गेस्ट टीचर नियुक्त हैं. शिक्षा विभाग ने आरटीआई के जवाब में कहा है कि डीएसएसएसबी को सहायक शिक्षक प्राइमरी के लिए कुछ शिक्षकों की भर्ती के लिए कहा गया है, जिसमें ईडब्ल्यूएस के लिए 14, ओबीसी 68, एससी 37, एसटी 10, यूआर 77 पीडब्ल्यूडी 8. इन कैटेगरी में शिक्षकों की भर्ती होने के बावजूद भी काफी संख्या में पद खाली ही रहेंगे.
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शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, शिक्षकों के पद खाली जरूर हैं. लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि स्कूलों में शिक्षक के नहीं होने से छात्रों की शिक्षा प्रभावित हो रही है. उन्होंने बताया कि इनकी जगह पर गेस्ट टीचरों को नियुक्त किया गया है. गवर्मेंट स्कूल टीचर एसोसिएशन के महासचिव अजय वीर यादव ने बताया कि सहायक शिक्षक की भर्ती जो डीएसएसएसबी की तरफ से निकाली जाती है. डीएसएसएसबी द्वारा आयोजित परीक्षा में गेस्ट टीचर भी बैठते हैं, लेकिन परीक्षा पास नहीं कर पाते. ऐसे में जो गेस्ट टीचर एक परीक्षा पास नहीं कर पा रहे वह बच्चों को कैसी शिक्षा दे रहे होंगे, यह सवाल भी गंभीर हो चला है. उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग और डीएसएसएसबी को चाहिए की जल्द से जल्द इन पदों को भरा जाए.
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