ETV Bharat / state

गणतंत्र दिवस पर विशेष सुरक्षा: 27 हजार से ज्यादा जवान बनाएंगे दिल्ली को टेरेर फ्री

दिल्ली में गणतंत्र दिवस समारोह के मद्देनजर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. वहीं इस बार खुफिया एजेंसियों द्वारा जारी अलर्ट को देखते हुए सुरक्षा में बढ़ोतरी की गई है. इस बार गणतंत्र दिवस पर कुल 27 हजार से अधिक जवान तैनात किए जाएंगे, जिनकी नजर चप्पे-चप्पे पर होगी.

27 thousand soldiers will make Delhi terror free
27 thousand soldiers will make Delhi terror free
author img

By

Published : Jan 24, 2023, 3:39 PM IST

नई दिल्ली: पूरी दिल्ली में 26 जनवरी के मद्देनजर इस बार करीब 27 हजार जवानों की तैनाती होगी, जिसमें 71 डीसीपी, 213 ACP, 753 इंस्पेक्टर सहित कुल 27 हजार 725 जवानों की तैनाती होगी. साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की कई कंपनियां भी दिल्ली को 'टेरर प्रूफ' बनाने के लिए कमर कस चुकी हैं. हाई अलर्ट इनपुट को देखते हुए सुरक्षा घेरा पहले से अधिक कसा गया है. दिल्ली पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या कोई संदिग्ध सामान दिखे तो इसकी सूचना फौरन 112 नंबर या 1090 हेल्पलाइन नंबर पर दें.

दरअसल, इनपुट में कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, प्रतिबंधित पीएफआई के सदस्य और भारत में अवैध रोहिंग्याओं के जरिए दिल्ली और अन्य जगहों पर आंतकी हमले कराने की फिराक में हैं. दिल्ली के साथ पंजाब, जम्मू कश्मीर को लेकर भी खुफिया एजेंसी ने अलर्ट जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि अगर 26 जनवरी के आसपास आतंकी अपनी साजिश को अंजाम देने में नाकाम रहे तो दिल्ली को G20 समिट के दौरान निशाना बनाया जा सकता है. कहा तो यह भी जा रहा है कि इस साजिश में आईएसआई ने दिल्ली और पंजाब को टारगेट करने के लिए अवैध रोहिंग्या, दो बांग्लादेशी संगठन अंसार उल बांग्ला और जमात उल मुजाहिद्दीन का इस्तेमाल किया है.

ऑनलाइन टिकट वालों को ही मिलेगी एंट्री: सुरक्षा इंतजामों के कारण इस बार टिकट ऑफलाइन नहीं जारी की गई हैं. हाई सिक्योरिटी के मद्देनजर रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए एक वेबसाइट तैयार की है. इस पर लोग ऑनलाइन टिकट बुक कर सकेंगे. पोर्टल की शुरुआत 6 जनवरी से की गई थी. इच्छुक व्यक्ति को इस साइट पर जाकर खुद को रजिस्टर करना होगा. रजिस्ट्रेशन में अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और जन्मतिथि के साथ सारी जानकारी देने के बाद पेमेंट कर आप टिकट बुक कर सकते हैं. इसके बाद टिकट को डाउनलोड करना होगा.

टिकट के साथ प्रवेश के दौरान आपको पहचान पत्र की भी जरूरत होगी. इसका टिकट न ही रद्द होगा और न ही किसी और को दिया जा सकता है. गणतंत्र दिवस के सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसके लिए इस बार ऑफलाइन टिकट का ऑप्शन खत्म कर दिया गया है. परेड समारोह देखने के लिए ऑनलाइन टिकट ही मिल रही है. तैयारियों के चलते सेना भवन, उद्योग भवन, निर्माण भवन, वायु सेना भवन, कश्मीर हाउस, नेशनल म्यूजियम समेत लगभग 70 से अधिक इमारतों को सील किया जाएगा.

दिल्ली पुलिस ने एनआईए, आईबी के साथ की बैठक: जी-20 समिट और गणतंत्र दिवस को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में है. इन दोनों आयोजनों पर सभी देशों की नजरें टिकी हुई हैं. इसी क्रम में दिल्ली पुलिस मुख्यालय में पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए), इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अफसर भी शामिल हुए.

यह भी पढ़ें-Republic Day Special: जानें कितनी बार बदला गणतंत्र दिवस परेड का स्थान

बैठक में आतंकी इनपुट और आतंकवाद विरोधी उपायों से जुड़े इनपुट साझा किए गए. इसमें बॉर्डर पर जांच, संदिग्ध तत्वों की जांच, खुले एरिया में पैराग्लाइडर, ड्रोन और अन्य विषय पर भी चर्चा की गई. इस दौरान किसी की संदिग्ध शख्स या गाड़ी के आने-जाने की सूचना पहले देने पर जोर दिया गया. साथ ही एनसीआर में सक्रिय इंटरस्टेट गिरोहों, अवैध हथियारों और नशीले पदार्थों की सप्लाई के मामलों पर भी बातचीत हुई.

दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कहा कि हथियारों की तस्करी को रोकना प्राथमिकता में होना चाहिए. वहीं निचले स्तर के स्टाफ को अलर्ट रखने की जरूरत है. इस मौके पर गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान ट्रैफिक प्रतिबंध, बॉर्डर पर अवैध तरीके से घुसपैठ रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पर योजना बनाई गई.

यह भी पढ़ें-जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर दिल्ली को संवारने का काम जोरों पर, लोगों को अब मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

नई दिल्ली: पूरी दिल्ली में 26 जनवरी के मद्देनजर इस बार करीब 27 हजार जवानों की तैनाती होगी, जिसमें 71 डीसीपी, 213 ACP, 753 इंस्पेक्टर सहित कुल 27 हजार 725 जवानों की तैनाती होगी. साथ ही पैरामिलिट्री फोर्स की कई कंपनियां भी दिल्ली को 'टेरर प्रूफ' बनाने के लिए कमर कस चुकी हैं. हाई अलर्ट इनपुट को देखते हुए सुरक्षा घेरा पहले से अधिक कसा गया है. दिल्ली पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि कोई भी संदिग्ध व्यक्ति या कोई संदिग्ध सामान दिखे तो इसकी सूचना फौरन 112 नंबर या 1090 हेल्पलाइन नंबर पर दें.

दरअसल, इनपुट में कहा है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई, प्रतिबंधित पीएफआई के सदस्य और भारत में अवैध रोहिंग्याओं के जरिए दिल्ली और अन्य जगहों पर आंतकी हमले कराने की फिराक में हैं. दिल्ली के साथ पंजाब, जम्मू कश्मीर को लेकर भी खुफिया एजेंसी ने अलर्ट जारी किया गया है. इसमें कहा गया है कि अगर 26 जनवरी के आसपास आतंकी अपनी साजिश को अंजाम देने में नाकाम रहे तो दिल्ली को G20 समिट के दौरान निशाना बनाया जा सकता है. कहा तो यह भी जा रहा है कि इस साजिश में आईएसआई ने दिल्ली और पंजाब को टारगेट करने के लिए अवैध रोहिंग्या, दो बांग्लादेशी संगठन अंसार उल बांग्ला और जमात उल मुजाहिद्दीन का इस्तेमाल किया है.

ऑनलाइन टिकट वालों को ही मिलेगी एंट्री: सुरक्षा इंतजामों के कारण इस बार टिकट ऑफलाइन नहीं जारी की गई हैं. हाई सिक्योरिटी के मद्देनजर रक्षा मंत्रालय ने इसके लिए एक वेबसाइट तैयार की है. इस पर लोग ऑनलाइन टिकट बुक कर सकेंगे. पोर्टल की शुरुआत 6 जनवरी से की गई थी. इच्छुक व्यक्ति को इस साइट पर जाकर खुद को रजिस्टर करना होगा. रजिस्ट्रेशन में अपना नाम, पता, मोबाइल नंबर और जन्मतिथि के साथ सारी जानकारी देने के बाद पेमेंट कर आप टिकट बुक कर सकते हैं. इसके बाद टिकट को डाउनलोड करना होगा.

टिकट के साथ प्रवेश के दौरान आपको पहचान पत्र की भी जरूरत होगी. इसका टिकट न ही रद्द होगा और न ही किसी और को दिया जा सकता है. गणतंत्र दिवस के सुरक्षा में किसी तरह की चूक न हो, इसके लिए इस बार ऑफलाइन टिकट का ऑप्शन खत्म कर दिया गया है. परेड समारोह देखने के लिए ऑनलाइन टिकट ही मिल रही है. तैयारियों के चलते सेना भवन, उद्योग भवन, निर्माण भवन, वायु सेना भवन, कश्मीर हाउस, नेशनल म्यूजियम समेत लगभग 70 से अधिक इमारतों को सील किया जाएगा.

दिल्ली पुलिस ने एनआईए, आईबी के साथ की बैठक: जी-20 समिट और गणतंत्र दिवस को लेकर दिल्ली पुलिस अलर्ट मोड में है. इन दोनों आयोजनों पर सभी देशों की नजरें टिकी हुई हैं. इसी क्रम में दिल्ली पुलिस मुख्यालय में पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा की अध्यक्षता में बैठक हुई. इसमें हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड, बिहार, राजस्थान, चंडीगढ़ और जम्मू-कश्मीर पुलिस के अलावा नेशनल इनवेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए), इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) और नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के अफसर भी शामिल हुए.

यह भी पढ़ें-Republic Day Special: जानें कितनी बार बदला गणतंत्र दिवस परेड का स्थान

बैठक में आतंकी इनपुट और आतंकवाद विरोधी उपायों से जुड़े इनपुट साझा किए गए. इसमें बॉर्डर पर जांच, संदिग्ध तत्वों की जांच, खुले एरिया में पैराग्लाइडर, ड्रोन और अन्य विषय पर भी चर्चा की गई. इस दौरान किसी की संदिग्ध शख्स या गाड़ी के आने-जाने की सूचना पहले देने पर जोर दिया गया. साथ ही एनसीआर में सक्रिय इंटरस्टेट गिरोहों, अवैध हथियारों और नशीले पदार्थों की सप्लाई के मामलों पर भी बातचीत हुई.

दिल्ली पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने कहा कि हथियारों की तस्करी को रोकना प्राथमिकता में होना चाहिए. वहीं निचले स्तर के स्टाफ को अलर्ट रखने की जरूरत है. इस मौके पर गणतंत्र दिवस समारोह के दौरान ट्रैफिक प्रतिबंध, बॉर्डर पर अवैध तरीके से घुसपैठ रोकने के लिए ठोस कदम उठाने पर योजना बनाई गई.

यह भी पढ़ें-जी-20 शिखर सम्मेलन के मद्देनजर दिल्ली को संवारने का काम जोरों पर, लोगों को अब मिलेंगी बेहतर सुविधाएं

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.