नई दिल्ली: 21 जून 2022 को 8वां अंतराष्ट्रीय योग दिवस पुरे विश्व में मनाया जायेगा. लेकिन इसकी तैयारी खाशकर हमारे देश मे पुरे जोर शोर से चल रही है. भारत में इसका मुख्य कार्यक्रम मैसूर में होगा. लेकिन आयुष मंत्रालय जो कि योगा के लिए नोडल मंत्रालय ने सभी मंत्रालय और सभी सरकारी विभागों को पत्र लिखकर आग्रह किया है कि वो सभी अपने-अपने मंत्रालय एवं विभागों में अंतराष्ट्रीय योग दिवस के पहले कम से कम दो बार योगाभ्यास का कार्यक्रम आयोजित करें. जिसके लिए आयुष मंत्रालय ने सभी मंत्रालय और सरकारी विभागों के लिए योगा टीचर नियुक्त किया है, जो तय तिथि पर उस मंत्रालय या विभाग में जाकर सभी स्टाफों को योगाभ्यास कराएंगे. चुकि अभी भारत आजादी का अमृत महोत्स्व भी मना रही है इसलिये इस बार का अंतराष्ट्रीय योगा दिवस और भव्य होगा.
सोमवार को उसी के तहत भारत सरकार की समाजिक एवं अधिकारिता मंत्रालय में भी योगाभ्यास का कार्यक्रम रखी गयी थी. जिसमें मंत्रालय के सभी स्टाफों ने भाग लिया और योग टीचर के नेतृत्व मे योगाभ्यास किया. योगाभ्यास में शामिल मंत्रालय के उप सचिव संजीव शर्मा एवं सह सचिव मृत्युजय झा ने कहा कि योग करने से शरीर मे ऊर्जा तो आती ही है उसके साथ-साथ आत्मा भी स्वस्थ्य होती है.
21 जून 2014 को अंतराष्ट्रीय योग दिवस कि शुरुआत हुई थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसकी शुरुआत कि थी जो आज विश्व के कोने-कोने तक पहुंच गया है. भारत में इसका मुख्य कार्यक्रम होता है स्वंय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इसकी देख रेख करते हैं जिसके लिए उन्होंने आयुष मंत्रालय को अलग से जिम्मेदारी देते हुए उसे योग का नोडल मंत्रालय बना दिया है.
योग के इतने फायदे हैँ कि अब करोड़ो लोग अपने जीवन का हिस्सा बना लिए हैं और रोजाना नियमित रूप से योगा करते हैं जिनका उन्हें परिणाम भी दिख रहा है कि बिना योगा करने वालों से वो ज्यादा स्वस्थ्य रह रहे हैं.
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