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दिल्ली के 1000 से अधिक सरकारी स्कूलों में आयोजित हुआ मेगा पीटीएम - दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मेगा पीटीएम

साल 2023 के आखिरी दिन दिल्ली के सरकारी स्कूलों में मेगा पीटीएम का आयोजन किया गया. पीटीएम में छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ बातचीत की. मेगा पीटीएम में बच्चों के लर्निंग एक्सपीरियंस को भी बेहतर बनाने के तरीके पर चर्चा की गई.

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सरकारी स्कूलों में मेगा पीटीएम
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Published : Dec 31, 2022, 1:55 PM IST

नई दिल्ली: एक जनवरी 2023 से राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश रहेगा. 15 जनवरी के बाद दोबारा बच्चों के लिए स्कूल खोले जाएंगे. इससे पहले साल 2022 के अंतिम दिन सरकारी स्कूलों में मेगा पीटीएम का आयोजन किया गया. मेगा पीटीएम का आयोजन दिल्ली के एक हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में किया गया. इस मेगा पीटीएम में छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ संवाद किया. मेगा पीटीएम का आयोजन सरकारी स्कूलों में सुबह की पाली और शाम की पाली में किया गया. इस मेगा पीटीएम को खास बनाने के लिए स्कूलों में अभिभावकों के स्वागत के लिए जगह-जगह चार्ट पेपर लगाए गए, जिसमें कला गतिविधियों और हैप्पीनेस पाठ्यक्रम से संबंधित गतिविधियों को दर्शाया गया. साथ ही स्कूल पहुंचे पैरेंट्स का गर्मजोशी के साथ स्वागत भी किया गया. कई स्कूलों में रंगोली बनाई गई तो कुछ स्कूलों में अभिभावकों को फूल देकर स्वागत किया गया.

शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मेगा पीटीएम में बच्चों के लर्निंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के तरीके पर चर्चा की गई. स्कूल द्वारा कराई जा रही गतिविधियों के बारे में बताया गया कि बच्चों के लर्निंग आउटकम में सुधार हो इस पर चर्चा हुई. मिड टर्म, प्री बोर्ड के नतीजों और वार्षिक परीक्षा तक किन बातों का ध्यान रखा जाएगा. इन सभी प्वाइंट पर चर्चा की गई. इसके अलावा पीटीएम में प्रत्येक छात्र की शैक्षणिक प्रगति की समीक्षा की गई. साथ ही मेगा पीटीएम के दौरान शिक्षकों ने अभिभावकों को 10वीं और 12वीं सीबीएसई की फरवरी माह में शुरू होने वाली मुख्य परीक्षा और जनवरी में शुरू होने वाली प्रायोगिक परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही छात्रों के प्री - बोर्ड परीक्षा के परिणाम और छात्र की अनुपस्थिति को लेकर अभिभावकों से चर्चा की गई.

ये भी पढ़ें : प्रदूषण से आफत: Red Zone में दिल्ली का AQI, जहरीली हुई गाजियाबाद और नोएडा की हवा

शिक्षा विभाग ने बताया कि शिक्षा की प्रक्रिया में मुख्य रूप से 3 हितधारक हैं- छात्र, उनके माता-पिता और शिक्षक. शिक्षा सबसे अच्छी तब प्रदान की जाती है, जब ये तीनों परस्पर सहयोग करते हैं. इस दृढ़ विश्वास के साथ शिक्षा निदेशालय नियमित रूप से मेगा पीटीएम का आयोजन करता है ताकि तीनों (छात्र, माता-पिता और शिक्षक) एक साथ बैठ सकें, व्यक्तिगत छात्रों की प्रगति का विश्लेषण कर सकें, संपूर्ण स्कूली शिक्षा प्रणाली की ताकत और कमजोरियों का मूल्यांकन कर सकें और इसके लिए अपनी-अपनी भूमिकाएं निर्धारित कर सकें.

ये भी पढ़ें : दिल्ली के तापमान में हल्का सुधार, शीतलहर और कड़ाके की ठंड से हल्की राहत

नई दिल्ली: एक जनवरी 2023 से राजधानी दिल्ली के सरकारी स्कूलों में शीतकालीन अवकाश रहेगा. 15 जनवरी के बाद दोबारा बच्चों के लिए स्कूल खोले जाएंगे. इससे पहले साल 2022 के अंतिम दिन सरकारी स्कूलों में मेगा पीटीएम का आयोजन किया गया. मेगा पीटीएम का आयोजन दिल्ली के एक हजार से अधिक सरकारी स्कूलों में किया गया. इस मेगा पीटीएम में छात्रों के बेहतर भविष्य के लिए शिक्षकों ने अभिभावकों के साथ संवाद किया. मेगा पीटीएम का आयोजन सरकारी स्कूलों में सुबह की पाली और शाम की पाली में किया गया. इस मेगा पीटीएम को खास बनाने के लिए स्कूलों में अभिभावकों के स्वागत के लिए जगह-जगह चार्ट पेपर लगाए गए, जिसमें कला गतिविधियों और हैप्पीनेस पाठ्यक्रम से संबंधित गतिविधियों को दर्शाया गया. साथ ही स्कूल पहुंचे पैरेंट्स का गर्मजोशी के साथ स्वागत भी किया गया. कई स्कूलों में रंगोली बनाई गई तो कुछ स्कूलों में अभिभावकों को फूल देकर स्वागत किया गया.

शिक्षा विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, मेगा पीटीएम में बच्चों के लर्निंग एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने के तरीके पर चर्चा की गई. स्कूल द्वारा कराई जा रही गतिविधियों के बारे में बताया गया कि बच्चों के लर्निंग आउटकम में सुधार हो इस पर चर्चा हुई. मिड टर्म, प्री बोर्ड के नतीजों और वार्षिक परीक्षा तक किन बातों का ध्यान रखा जाएगा. इन सभी प्वाइंट पर चर्चा की गई. इसके अलावा पीटीएम में प्रत्येक छात्र की शैक्षणिक प्रगति की समीक्षा की गई. साथ ही मेगा पीटीएम के दौरान शिक्षकों ने अभिभावकों को 10वीं और 12वीं सीबीएसई की फरवरी माह में शुरू होने वाली मुख्य परीक्षा और जनवरी में शुरू होने वाली प्रायोगिक परीक्षाओं के बारे में जानकारी दी. इसके साथ ही छात्रों के प्री - बोर्ड परीक्षा के परिणाम और छात्र की अनुपस्थिति को लेकर अभिभावकों से चर्चा की गई.

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शिक्षा विभाग ने बताया कि शिक्षा की प्रक्रिया में मुख्य रूप से 3 हितधारक हैं- छात्र, उनके माता-पिता और शिक्षक. शिक्षा सबसे अच्छी तब प्रदान की जाती है, जब ये तीनों परस्पर सहयोग करते हैं. इस दृढ़ विश्वास के साथ शिक्षा निदेशालय नियमित रूप से मेगा पीटीएम का आयोजन करता है ताकि तीनों (छात्र, माता-पिता और शिक्षक) एक साथ बैठ सकें, व्यक्तिगत छात्रों की प्रगति का विश्लेषण कर सकें, संपूर्ण स्कूली शिक्षा प्रणाली की ताकत और कमजोरियों का मूल्यांकन कर सकें और इसके लिए अपनी-अपनी भूमिकाएं निर्धारित कर सकें.

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