नई दिल्ली: दिल्लीवासियों को मेयर के लिए अभी लंबा इंतजार करना होगा. मंगलवार को भी मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो पाया. पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा ने AAP और भाजपा पार्षदों के बीच हंगामे के कारण एमसीडी हाउस की बैठक अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी. मेयर पद के लिए आज चुनाव नहीं हुआ. इसके विरोध में AAP पार्षदों ने सदन में जमकर हंगामा किया. वहीं, दूसरी तरफ AAP कार्यकर्ताओं ने सदन के बाहर एलजी और बीजेपी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. मेयर चुनाव में वोटिंग के लिए पहुंचे बीजेपी सांसद मानोज तिवारी, रमेश बिधूड़ी, मीनाक्षी लेखी और प्रवेश वर्मा के सामने नारेबाजी की.
मेयर पद के लिए AAP की ओर से शैली ओबेरॉय और आशु ठाकुर दावेदार हैं. BJP ने रेखा गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है. डिप्टी मेयर पद के लिए AAP की ओर से आले मोहम्मद इकबाल और जलज कुमार (AAP) और BJP की तरफ से कमल बागरी उम्मीदवार हैं.
सुबह नवनिर्वाचित पार्षदों को दिलाई गई शपथः MCD चुनाव के बाद मंगलवार को निगम सदन की दूसरी बैठक में मनोनीत और निर्वाचित पार्षदों को शपथ दिलाई गई. इसमें भी बीच-बीच में हंगामा देखने को मिला. सुबह 11 बजे सिविक सेंटर में मेयर, डिप्टी मेयर, स्टेंडिंग कमेटी के चुनाव को लेकर आप, भाजपा के समर्थक सिविक सेंटर पहुंचे थे. जैसे ही भाजपा का कोई पार्षद शपथ लेता. स्क्रीन पर देखकर भाजपा समर्थक मोदी-मोदी के नारे लगाने लगते. मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मी उन्हें शांत करते दिखे. यहीं नहीं जब AAP के पार्षद शपथ लेते तो केजरीवाल के नाम के नारे भी लगाए.
6 जनवरी को हंगामा के कारण नहीं हो पाया था चुनावः मेयर के चुनाव के लिए सदन की कार्यवाही 6 जनवरी को शुरू हुई थी, लेकिन नवनिर्वाचित पार्षदों की जगह मनोनीत पार्षदों को पहले शपथ दिलाए जाने को लेकर हुई बहस इतनी बढ़ गई कि पीठासीन अधिकारी को सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ा. साथ ही 6 जनवरी के दिन एमसीडी के पहले सदन में पार्षदों के बीच में हाथापाई की भी तस्वीरें सामने आई थी, जिसको लेकर AAP और बीजेपी के बीच जमकर आरोप प्रत्यारोप की राजनीति हुई थी.
मेयर के लिए पड़ेंगे 265 वोटः मेयर चुनाव में 250 पार्षदों के साथ दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष की ओर से नॉमिनेट 14 विधायक मतदान करेंगे. वहीं, दिल्ली के 7 लोकसभा और 3 राज्यसभा सांसद भी मतदान करेंगे. यानी कुल 274 मतदाता है. हालांकि, कांग्रेस की प्रदेश इकाई ने मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव से अपने को अलग कर लिया है. इस कारण उनके 9 पार्षद वोट नहीं डालेंगे.
150 वोट आम आदमी पार्टी के पास है. इनमें 134 आप पार्षद, तीन राज्यसभा सांसद और 13 विधायक हैं. वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी के पास 105 पार्षद हैं और उन्हें 7 सांसदों का समर्थन हासिल है, जिसकी कुल संख्या 112 होती है. जबकि, 2 पार्षद निर्दलीय हैं.
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