ETV Bharat / state

मायापुरी की घटना में केजरीवाल सरकार ने दिखाई बर्बरता- मनोज तिवारी - congress

मायापुरी में सीलिंग की घटना के दौरान पथराव और लाठीचार्ज हुआ. इसे बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली के इतिहास में किसी सरकार के कुशासन का काला अध्याय करार दिया है.

मायापुरी की घटना में केजरीवाल सरकार ने दिखाई बर्बरता
author img

By

Published : Apr 14, 2019, 3:33 PM IST

नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि रामनवमी के दिन मायापुरी में जो कुछ हुआ उसकी पटकथा केजरीवाल सरकार ने पहले ही लिख ली थी. शनिवार सुबह जिस तरह रेडियो पर केजरीवाल के संदेश चल रहे थे, कि दिल्ली अगर पूर्ण राज्य होती तो 24 घंटे में सीलिंग को रोक देते.

मनोज तिवारी ने मायापुरी की घटना के लिए सीधे केजरीवाल को कसूरवार ठहराया और कहा कि रामनवमी वाले दिन और बैशाखी से ठीक पहले व्यापारियों पर राज्य सरकार जितनी निर्ममता, बर्बरता दिखा सकती थी दिखाई.

घटना पहले से सुनियोजित
केजरीवाल सरकार ने इस घटना के बाद निर्ममता, बर्बरता के सारे उदाहरणों को फेल कर दिया. इस घटना से पहले केजरीवाल द्वारा रेडियो पर दिए जाने वाले ऐड में किस तरह जलियांवाला बाग की घटना से जोड़ना है, किस तरह वैशाखी से जोड़ना है, सब कुछ पहले से तय था.

इसी से पता चलता है कि कितनी सुनियोजित तरीके से सरकार की शह पर मायापुरी में यह कार्रवाई हुई.

मायापुरी की घटना में केजरीवाल सरकार ने दिखाई बर्बरता

जोर आजमाइश से सीलिंग की कार्रवाई
उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद एक एसडीएम का यह कहना की सीलिंग तो होगी ही, नहीं तो हमें रेजिग्नेशन देना पड़ेगा. यह साबित करता है कि किस तरह जोर आजमाइश से सीलिंग कार्रवाई गई.

मनोज तिवारी ने कहा कि कोर्ट ने अपने आदेश में साफ लिखा है कि सीलिंग की कार्रवाई का नोडल ऑफिसर डीएम को बनाया जाए. लेकिन दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने इसमें नगर निगम के डीसी को नोडल ऑफिसर बना दिया है. जो सीधे-सीधे कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट का मामला बनता है.

MCD को बदनाम करने की कोशिश
इससे कितनी बड़ी साजिश नगर निगम को बदनाम करने की की गई है, इसका भी खुलासा हो जाता है. सीलिंग की कार्रवाई से पहले 2 दिन का नोटिस नहीं देना, 12 तारीख को कोर्ट का आदेश आया और 13 को सीलिंग के लिए मायापुरी पहुंच जाना, बहुत कुछ कहता है.

मायापुरी कारोबारियों पर अन्याय ना हो इस बार भाजपा ने उन्हें समर्थन किया है और अपना पूरा साथ देने का वादा किया.

नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि रामनवमी के दिन मायापुरी में जो कुछ हुआ उसकी पटकथा केजरीवाल सरकार ने पहले ही लिख ली थी. शनिवार सुबह जिस तरह रेडियो पर केजरीवाल के संदेश चल रहे थे, कि दिल्ली अगर पूर्ण राज्य होती तो 24 घंटे में सीलिंग को रोक देते.

मनोज तिवारी ने मायापुरी की घटना के लिए सीधे केजरीवाल को कसूरवार ठहराया और कहा कि रामनवमी वाले दिन और बैशाखी से ठीक पहले व्यापारियों पर राज्य सरकार जितनी निर्ममता, बर्बरता दिखा सकती थी दिखाई.

घटना पहले से सुनियोजित
केजरीवाल सरकार ने इस घटना के बाद निर्ममता, बर्बरता के सारे उदाहरणों को फेल कर दिया. इस घटना से पहले केजरीवाल द्वारा रेडियो पर दिए जाने वाले ऐड में किस तरह जलियांवाला बाग की घटना से जोड़ना है, किस तरह वैशाखी से जोड़ना है, सब कुछ पहले से तय था.

इसी से पता चलता है कि कितनी सुनियोजित तरीके से सरकार की शह पर मायापुरी में यह कार्रवाई हुई.

मायापुरी की घटना में केजरीवाल सरकार ने दिखाई बर्बरता

जोर आजमाइश से सीलिंग की कार्रवाई
उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद एक एसडीएम का यह कहना की सीलिंग तो होगी ही, नहीं तो हमें रेजिग्नेशन देना पड़ेगा. यह साबित करता है कि किस तरह जोर आजमाइश से सीलिंग कार्रवाई गई.

मनोज तिवारी ने कहा कि कोर्ट ने अपने आदेश में साफ लिखा है कि सीलिंग की कार्रवाई का नोडल ऑफिसर डीएम को बनाया जाए. लेकिन दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने इसमें नगर निगम के डीसी को नोडल ऑफिसर बना दिया है. जो सीधे-सीधे कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट का मामला बनता है.

MCD को बदनाम करने की कोशिश
इससे कितनी बड़ी साजिश नगर निगम को बदनाम करने की की गई है, इसका भी खुलासा हो जाता है. सीलिंग की कार्रवाई से पहले 2 दिन का नोटिस नहीं देना, 12 तारीख को कोर्ट का आदेश आया और 13 को सीलिंग के लिए मायापुरी पहुंच जाना, बहुत कुछ कहता है.

मायापुरी कारोबारियों पर अन्याय ना हो इस बार भाजपा ने उन्हें समर्थन किया है और अपना पूरा साथ देने का वादा किया.

Intro:नई दिल्ली. मायापुरी में सीलिंग की घटना के दौरान पथराव और लाठीचार्ज हुआ, इसे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली के इतिहास में किसी सरकार के कुशासन का काला अध्याय करार दिया है.


Body:प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने रविवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि कल रामनवमी के दिन मायापुरी में जो कुछ हुआ उसकी पटकथा केजरीवाल सरकार ने पहले लिख ली थी. शनिवार सुबह से जिस तरह रेडियो पर केजरीवाल के संदेश चल रहे थे कि दिल्ली अगर पूर्ण राज्य होती तो 24 घंटे में सीलिंग को रोक देते. मनोज तिवारी ने मायापुरी की घटना के लिए सीधे केजरीवाल को कसूरवार ठहराया और कहा कि रामनवमी वाले दिन और बैशाखी से ठीक पहले व्यापारियों पर राज्य सरकार जितनी निर्ममता, बर्बरता दिखा सकती थी उसे दिखाई. केजरीवाल सरकार ने इस घटना के बाद निर्ममता, बर्बरता के सारे उदाहरणों को फेल कर दिया. इस घटना से पहले केजरीवाल द्वारा रेडियो पर दिए जाने वाले ऐड में किस तरह जलियांवाला बाग की घटना से जोड़ना है, किस तरह वैशाखी से जोड़ना है, सब कुछ पहले से तय था. इसी से पता चलता है कि कितनी सुनियोजित तरीके से सरकार की शह पर मायापुरी में यह कार्रवाई हुई.

उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद एक एसडीएम का यह कहना की सीलिंग तो होगी ही, नहीं तो हमें रेजिग्नेशन देना पड़ेगा. यह साबित करता है कि किस तरह जोर आजमाइश से सीलिंग करवाई गई.


मनोज तिवारी ने कहा कि कोर्ट ने अपने आदेश में साफ लिखा है कि सीलिंग की कार्रवाई का नोडल ऑफिसर डीएम को बनाया जाए. लेकिन दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने इसमें नगर निगम के डीसी को नोडल ऑफिसर बना दिया है. जो सीधे-सीधे कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट का मामला बनता है. इससे कितनी बड़ी साजिश नगर निगम को बदनाम करने की की गई है, इसका भी खुलासा हो जाता है. सीलिंग की कार्रवाई से पहले 2 दिन का नोटिस नहीं देना, 12 तारीख को कोर्ट का आदेश आया और 13 को सीलिंग के लिए मायापुरी पहुंच जाना, बहुत कुछ कहता है. मायापुरी कारोबारियों पर अन्याय ना हो इस बार भाजपा ने उन्हें समर्थन किया है और अपना पूरा साथ देने का वादा किया.

समाप्त, आशुतोष झा.



Conclusion:

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.