नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि रामनवमी के दिन मायापुरी में जो कुछ हुआ उसकी पटकथा केजरीवाल सरकार ने पहले ही लिख ली थी. शनिवार सुबह जिस तरह रेडियो पर केजरीवाल के संदेश चल रहे थे, कि दिल्ली अगर पूर्ण राज्य होती तो 24 घंटे में सीलिंग को रोक देते.
मनोज तिवारी ने मायापुरी की घटना के लिए सीधे केजरीवाल को कसूरवार ठहराया और कहा कि रामनवमी वाले दिन और बैशाखी से ठीक पहले व्यापारियों पर राज्य सरकार जितनी निर्ममता, बर्बरता दिखा सकती थी दिखाई.
घटना पहले से सुनियोजित
केजरीवाल सरकार ने इस घटना के बाद निर्ममता, बर्बरता के सारे उदाहरणों को फेल कर दिया. इस घटना से पहले केजरीवाल द्वारा रेडियो पर दिए जाने वाले ऐड में किस तरह जलियांवाला बाग की घटना से जोड़ना है, किस तरह वैशाखी से जोड़ना है, सब कुछ पहले से तय था.
इसी से पता चलता है कि कितनी सुनियोजित तरीके से सरकार की शह पर मायापुरी में यह कार्रवाई हुई.
जोर आजमाइश से सीलिंग की कार्रवाई
उन्होंने कहा कि मौके पर मौजूद एक एसडीएम का यह कहना की सीलिंग तो होगी ही, नहीं तो हमें रेजिग्नेशन देना पड़ेगा. यह साबित करता है कि किस तरह जोर आजमाइश से सीलिंग कार्रवाई गई.
मनोज तिवारी ने कहा कि कोर्ट ने अपने आदेश में साफ लिखा है कि सीलिंग की कार्रवाई का नोडल ऑफिसर डीएम को बनाया जाए. लेकिन दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी ने इसमें नगर निगम के डीसी को नोडल ऑफिसर बना दिया है. जो सीधे-सीधे कंटेंप्ट ऑफ कोर्ट का मामला बनता है.
MCD को बदनाम करने की कोशिश
इससे कितनी बड़ी साजिश नगर निगम को बदनाम करने की की गई है, इसका भी खुलासा हो जाता है. सीलिंग की कार्रवाई से पहले 2 दिन का नोटिस नहीं देना, 12 तारीख को कोर्ट का आदेश आया और 13 को सीलिंग के लिए मायापुरी पहुंच जाना, बहुत कुछ कहता है.
मायापुरी कारोबारियों पर अन्याय ना हो इस बार भाजपा ने उन्हें समर्थन किया है और अपना पूरा साथ देने का वादा किया.