नई दिल्ली: शनिवार को जंतर मंतर पर मजदूर अधिकार संघर्ष मोर्चा (MASA) ने अखिल भारतीय विरोध कार्यक्रम की घोषणा की. दिल्ली मासा के संयोजक संतोष कुमार ने बताया कि देशी-विदेशी पूंजीपतियों और फांसीवादी ताकतों द्वारा मेहनतकश जनता पर किये जा रहे हमलों के खिलाफ 8 फरवरी 2024 को देशभर में मजदूर प्रतिरोध दिवस मनाया जायेगा.
इसके लिए कई राज्यों में कैंपेन चलाया जाएगा. इसकी शुरुआत दिल्ली से की गई है. खास बात ये है कि कैंपेन फिजिकल के साथ साथ सोशल मीडिया पर भी चलाया जाएगा.अभियान में नरेगा मजदूरों की मजदूरी में कटौती, 4 नए लेबर कोड का विरोध, आशा, आंगनवाड़ी, भोजन माता आदि, घरेलू कामगार,आई.टी,श्रमिकों और गिग श्रमिकों को एंटरप्रेनरशिप के नाम पर कम वेतन दिए जाने का जिक्र है.वर्तमान सरकार के विरुद्ध अखिल भारतीय मजदूर प्रतिरोध दिवस मनाया जायेगा.
मासा की मांगें
- चार नए लेबर कोड वापस लिए जाएं
- श्रमिकों के हित और श्रम कानूनों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए
- निजीकरण बंद किया जाए , कोर सेक्टर और सेवाओं का राष्ट्रीयकरण किया जाए
- सभी के लिए रोजगार, सुरक्षित एवं स्थायी आय का प्रावधान किया जाए
- योजना कार्यकर्ता (आशा, आंगनवाड़ी, भोजन माता), घरेलू कामगार
- आई.टी, श्रमिकों, गिग श्रमिकों को 'श्रमिक' का दर्जा दिया जाना चाहिए
- श्रम कानूनों के तहत सम्मानजनक वेतन दिया जाए
- ग्रामीण श्रमिकों को मिले साल भर काम
- सामाजिक सुरक्षा और सम्मानजनक वेतन
- संघ बनाने और संगठित होने का अधिकार
- हड़ताल और विरोध करने का अधिकार सुनिश्चित हो.
- न्यूनतम वेतन 26 हजार रूपये प्रतिमाह लागू किया जाए
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