नई दिल्ली: प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष मनोज तिवारी ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के डेनमार्क की राजधानी कोपेनहेगन में हो रहे सी 40 शिखर सम्मेलन का दौरा रद्द होने पर आम आदमी पार्टी नेताओं की ओर से सवाल उठाए जाने पर तंज कसा है.
उन्होंने कहा कि केजरीवाल को यह दिल्ली को बताना चाहिए कि वह मुख्यमंत्री हैं या मेयर? मनोज तिवारी ने कहा कि केजरीवाल का दौरा रद्द होने से देश बदनाम होने से बच गया. उन्हें दूसरे के कामों का श्रेय लेने की शुरु से आदत रही है और यह वही करने जा रहे थे.
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने जिस तरह प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जानबूझकर केंद्र सरकार ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को डेनमार्क के दौरे पर नहीं जाने दिया.
मनोज तिवारी ने साधा निशाना
मनोज तिवारी ने कहा कि जिस शिखर सम्मेलन में मेयर को बुलाया गया था वहां पर मुख्यमंत्री को जाना कहां तक उचित था? केजरीवाल को दिल्ली की जनता को बताना चाहिए कि वह मुख्यमंत्री हैं या मेयर? केजरीवाल अब तक दिल्ली में ही नगर निगम की बदनामी करते रहे थे.
अब विदेश में जाकर देश की बदनामी करना चाहते हैं. जहां पर देश की बहुत इज्जत है. केजरीवाल अपने दलबल के साथ इस सम्मेलन में जाकर देश का पैसा बर्बाद करते और झूठ बोलकर देश की बदनामी करते हैं.
'मेयर के नाम का प्रस्ताव करना चाहिए'
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ जो 8 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन के लिए जाने वाला था उसमें सिर्फ 2 अधिकारी हैं. बाकी छह केजरीवाल के खास और आम आदमी पार्टी के नेता शामिल हैं. मनोज तिवारी ने कहा कि शिखर सम्मेलन में पश्चिम बंगाल समेत विश्व के 40 शहरों के मेयर हिस्सा लेने जा रहे हैं. केजरीवाल को चाहिए था कि दिल्ली के मेयर के नाम का प्रस्ताव करना चाहिए. लेकिन केजरीवाल को दूसरे के कार्यों का श्रेय लेने की आदत है.
अब तक वह दिल्ली में ही दूसरे के कामों का श्रेय लेते थे विदेशों में जाकर दूसरे के कामों का श्रेय लेना चाहते हैं. हमने उन्हें बदनामी से बचा लिया. क्योंकि केजरीवाल ने झूठ बोलने की दुकान खोल रखी है. अब तक वह देश में झूठ बोल रहे थे लेकिन अब वह विदेशों में जाकर झूठ बोलकर देश की बदनामी करना चाहते थे जो ठीक नहीं है.
'विज्ञापन देकर बोल रहे झूठ'
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल सरकार द्वारा इन दिनों जिस तरह विज्ञापन वोटिंग के जरिए प्रदूषण कम करने का दावा कर रही है. मनोज तिवारी ने कहा कि वह सिर्फ विज्ञापन देकर झूठ बोलकर जनता के बीच प्रदूषण कम करने की बात कर रहे लोगों को गुमराह करते हैं. केजरीवाल पिछले 56 महीनों में मोदी सरकार को बदनाम करते हैं. लेकिन उनकी परवाह किए मोदी सरकार 2014 से प्रदूषण कम करने के लिए काम कर रही है और आगे भी करती रहेगी.
बता दें कि डेनमार्क के कोपेनहेगन में सी 40 शिखर सम्मेलन के लिए अरविंद केजरीवाल 8 अक्टूबर को जाने वाले थे. लेकिन विदेश मंत्रालय ने उन्हें इसकी अनुमति नहीं दी. जिस पर केजरीवाल तो चुप हैं मगर पार्टी के नेताओं को उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधने के लिए आगे कर दिया है.