नई दिल्ली: फिक्स्ड चार्ज में कटौती को लेकर मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में लगातार बिजली के दाम बढ़े नहीं हैं, उल्टा अब कम हो गए हैं. उन्होंने कहा कि 200 यूनिट बिजली के दाम 2010 के मुकाबले काफी कम हो गए हैं. इसे लेकर सिसोदिया ने आंकड़े भी सामने रखें.
'5 साल में बिजली के बिल घटे हैं'
मनीष सिसोदिया ने अपने मोबाइल पर आंकड़े दिखाते हुए कहा कि दिल्ली में बिजली के बिल लगातार 2014 से घट रहे हैं. उन्होंने कहा कि चार महीने पहले मुख्यमंत्री ने घोषणा की थी कि फिक्स्ड चार्ज कम होंगे और अब हमने उस घोषणा को सही साबित कर दिया है. इसे लेकर मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा कि मैं दिल्लीवालों को बधाई देता हूं जिन्होंने ऐसी सरकार चुनी है, जहां पिछले 5 साल में बिजली के बिल बढ़े नहीं बल्कि घटे हैं.
मनीष सिसोदिया ने यह आंकड़ा भी सामने रखा कि 2010 में 200 यूनिट के लिए 539 रुपये देने पड़ते थे, जो 2013 में बढ़कर 928 हो गए, लेकिन हमारी सरकार में इसमें कमी आई और 2018 में इसके लिए केवल 618 रुपये देने पड़ रहे थे, लेकिन अब इसमें और कटौती की गई है और इसके लिए अब कल से मात्र 408 रुपये देने पड़ेंगे.
'दूसरे राज्यों की सरकारें घोटाला कर रही'
इस आंकड़े को लेकर मनीष सिसोदिया ने यह भी कहा कि दिल्ली में अब 200 यूनिट के लिए मात्र 408 रुपये देने पड़ेंगे, जबकि उत्तर प्रदेश में इतने ही यूनिट के लिए 910 रुपये, हरियाणा में 1310 मुंबई में 1410 रुपये और राजस्थान में 1588 रुपये देने पड़ते हैं. इसे लेकर सिसोदिया ने भाजपा को भी निशाने पर लिया और कहा कि ऐसा क्या है कि जो बिजली दिल्ली में सस्ती है वहीं दूसरे राज्यों में महंगी है. उन्होंने यहां तक कहा कि क्या दूसरे राज्यों की सरकारें घोटाला कर रही हैं. अगर ऐसा है, तो हम उसके लिए सीबीआई जांच की मांग करते हैं. चुनाव से पहले दिल्ली में एक बार फिर बिजली मुद्दा बनता जा रहा है. गौरतलब है कि काफी समय पहले से भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस फिक्स्ड चार्ज को लेकर आम आदमी पार्टी सरकार पर सवाल उठाती रही है.