नई दिल्ली: सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं में 90 फीसदी से ज्यादा अंक हासिल करने वाले होनहार छात्र-छात्राओं को त्यागराज स्टेडियम में सम्मानित किया गया. सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को शिक्षा मंत्री ने इस कार्यक्रम में आगे बढ़ने और बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया. साथ ही एक छात्रा के सवाल पर मनीष सिसोदिया ने छात्र-छात्राओं की बोर्ड फीस माफ कर दी है.
दिल्ली सरकार के संचालित सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले जिन छात्र-छात्राओं ने सीबीएसई की परीक्षा में 90 % से अधिक अंक हासिल की, उन्हें त्यागराज स्टेडियम में सम्मानित किया गया.
बता दें कि समारोह के दौरान एक छात्रा ने परीक्षा शुल्क को लेकर सवाल उठाया जिसके बाद शिक्षा मंत्री ने बड़ा ऐलान कर दिया. उन्होंने सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी छात्रों को सीबीएसई बोर्ड के लिए दिए जाने वाली परीक्षा शुल्क से छूट दे दी गई है.
12वीं क्लास में पढ़ने वाली छात्रा ने पूछा था सवाल
आदर्श नगर के सरकारी स्कूल से 12वीं कक्षा में अच्छे अंको से पास करने वाली एक छात्रा ने शिक्षा मंत्री से परीक्षा शुल्क को लेकर शिकायत की. छात्रा ने मनीष सिसोदिया से पूछा कि ये जानते हुए भी कि सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले छात्र जिन घरों से आते हैं वहां की स्थिति चिंताजनक है, और वहां की आर्थिक हालत भी ठीक नहीं है.
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ऐसे में एससी-एसटी छात्रों से तो परीक्षा शुल्क के नाम पर 50 रुपए लिए जाते हैं जबकि ओबीसी और सामान्य वर्ग के छात्रों को परीक्षा शुल्क के रूप में 1500 रुपए फीस देनी पड़ती है. उस छात्रा ने शिक्षा मंत्री से पूछा कि छात्रों के बीच इतना भेदभाव क्यों और मुश्किल से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले छात्र इतने पैसे कहां से जमा करा पाएंगे.
इसी बात पर शिक्षा मंत्री ने ना ही कोई आश्वासन दिया और ना ही फीस कम करने का वादा किया बल्कि तुरंत ऐलान कर दिया कि अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले किसी भी छात्र को सीबीएसई परीक्षा शुल्क नहीं देना पड़ेगी. दिल्ली सरकार खुद इसका खर्चा वहन करेगी. वहीं शिक्षा मंत्री ने कहा कि जहां सरकारी स्कूलों के विकास के लिए दिल्ली सरकार इतने कदम उठा रही है वहीं वह अब छात्रों का परीक्षा शुल्क वहन करने से भी नहीं चूकेगी.
इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल मौजूद रहे. साथ ही शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया समेत शिक्षा विभाग के तमाम आला अधिकारी, स्कूलों के छात्र और छात्रों के अभिभावक भी इस कार्यक्रम में मौजूद रहे.