नई दिल्लीः दिल्ली के सिंघु बॉर्डर पर सरकार और किसानों के बीच टकराव का आज 18वां दिन है, आंदोलनकारी किसान अपनी मांगों को लेकर दिल्ली के अन्य बॉर्डर पर सर्दी के बीच डटे हुए है. सिंघु बॉर्डर पर किसानों के लिए एलपीजी गैस की कमी के चलते स्टीमर से खाना बनाया जा रहा है.
एक बार में करीब डेढ़ क्विंटल सब्जी एक भट्टी में बनाई जा सकती है और करीब तीन हजार लोगों का खाना भी बनाया जा सकता है. साथ ही किसानों की मांग है कि सरकार किसानों के खिलाफ बनाये बिल को वापस ले, तभी आंदोलन खत्म हो सकता है.
एलपीजी गैस से नहीं, स्टमीर से बनता है खाना
ईटीवी भारत की टीम ने सिंघु बॉर्डर पर स्टीमर से खाना बना रहे शख्स सुरजीत सिंह से बात की. उन्होंने बताया कि आंदोलन में किसानों के लिए एलपीजी गैस सिलेंडर पर गैस की कमी के चलते खाना बनाए में परेशानी के चलते गुरदासपुर के गुरुद्वारे से खाना बनाने के लिए स्टमीर मंगवाया है. जिससे एक बार मे करीब तीन हजार लोगों का खाना बनाया जा सकता और एक बार मे एक भट्टी पर करीब डेढ़ क्विंटल सभी बनकर तैयार की जाती है. आंदोलन में लगातार किसान बढ़ रहे है जिससे चलते स्टमीर की जरूरत पड़ी.
अपना काम छोड़कर आंदोलन में आए हैं किसान
सुरजीत सिंह ने बताया कि आंदोलन में सभी किसान आए हुए हैं, सभी अपनी खेती बाड़ी छोड़कर अंदिलन में सरकार से बात करने के लिए आए हैं और अपनी बात मनवाकर ही वापस जाएंगे. उन्होंने कहा कि अपनी फसल बोकर दिल्ली में आए हैं और कटाई के समय जाकर फसल काटेंगे. यदि सरकार जल्द ही किसानों के खिलाफ बनाया काला कानून वापस ले लें तो आंदोलन भी जल्द ही खत्म हो जाएगा. इनके घर पर भी इनकी जरूरत है, अब यह सब सरकार पर निर्भर करता है कि कब यह आंदोलन खत्म होगा.
'किसान भी चाहते हैं जल्द खत्म हो आंदोलन'
बता दें कि आज आंदोलन का 18वां दिन है, दिल्ली का सिंघु बॉर्डर पूरी तरह से सील है. जिसके चलते सभी को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है, केवल यहां पर ही नहीं दूसरे बॉर्डर पर भी इसी तरह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. अब किसान भी सरकार जे मांग कर रहे हैं कि आंदोलन जल्द खत्म हो जाए, ताकि किसान भी घर जाकर अपनी खेती-बाड़ी कर सके.