नई दिल्ली/गाजियाबाद: बुधवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. नवरात्रि के दौरान मंदिरों में रौनक बढ़ जाती है. इस नवरात्रि पर हम आपको एक ऐसे मंदिर की कहानी सुनाने जा रहे हैं जहां नवरात्रि में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता है. केवल गाजियाबाद या दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि राजस्थान, जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. गाजियाबाद के मोदीनगर के सीकरी गांव में स्थित महामाया देवी मंदिर की काफी मान्यता है. कहा जाता है कि देवी के दर्शन करने भर से श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
० 550 साल पुराना है मंदिर
महामाया देवी मंदिर के मुख्य पुजारी देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक यह मंदिर करीब 550 साल पुराना है. भारत के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां मनोकामनाएं लेकर आते हैं जो अवश्य पूर्ण होती हैं. मंदिर में स्थित एक वटवृक्ष का अलग ही महत्व है. वटवृक्ष पर मन्नत का धागा और चुनरी बांधकर जो भी मांगा जाता है, वो जरूर मिलता है. इसी वट वृक्ष पर 1857 की क्रांति के दौरान करीब डेढ़ सौ क्रांतिकारियों को फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया था.
० विशाल मेले का होता है आयोजन
देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक महामाया समस्त शक्ति का प्रारूप हैं. दुर्गा की शक्ति का स्वरूप महामाया है. महामाया देवी मंदिर में संतान प्राप्ति के लिए मांगी गई हजारों लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण हुईं. हर साल चैत्र नवरात्रि पर ऐसे तमाम श्रद्धालु मंदिर में अपनी संतान के साथ देवी के दर्शन करने के लिए आते हैं. चैत्र नवरात्रि पर नवमी के दिन नौ दुर्गा यज्ञ किया जाता है. इस दौरान महामाया देवी मंदिर परिसर में विशाल मेले का आयोजन होता है.
० कैसे पहुंचें मंदिर
गाजियाबाद शहर पुराना बस अड्डा या फिर नया बस अड्डा (मेट्रो स्टेशन) से आसानी से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के कई माध्यम मौजूद हैं. मेरठ रोड से महामाया देवी मंदिर तकरीबन दो किलोमीटर अंदर है.
स्थान: सीकरी खुर्द, मोदीनगर, उत्तर प्रदेश- 201204.
निकटतम रेलवे स्टेशन: सीकरी मंदिर से लगभग 2.2 किलोमीटर की दूरी पर मोदी नगर रेलवे स्टेशन है.
गूगल मैप: गूगल मैप पर महामाया देवी मंदिर की लोकेशन मौजूद है.
महामाया देवी मंदिर: 550 साल पुराने मंदिर में देवी के दर्शन मात्र से होती है संतान प्राप्ति की मनोकामना पूरी - Chief priest Devendra Shastri
महामाया देवी मंदिर के मुख्य पुजारी देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक यह मंदिर करीब 550 साल पुराना है. भारत के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां मनोकामनाएं लेकर आते हैं जो अवश्य पूर्ण होती हैं. मंदिर में स्थित एक वटवृक्ष का अलग ही महत्व है. वटवृक्ष पर मन्नत का धागा और चुनरी बांधकर जो भी मांगा जाता है, वो जरूर मिलता है. इसी वट वृक्ष पर 1857 की क्रांति के दौरान करीब डेढ़ सौ क्रांतिकारियों को फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया था.
नई दिल्ली/गाजियाबाद: बुधवार से चैत्र नवरात्रि की शुरुआत हो गई है. चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है. नवरात्रि के दौरान मंदिरों में रौनक बढ़ जाती है. इस नवरात्रि पर हम आपको एक ऐसे मंदिर की कहानी सुनाने जा रहे हैं जहां नवरात्रि में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ता है. केवल गाजियाबाद या दिल्ली एनसीआर ही नहीं बल्कि राजस्थान, जम्मू कश्मीर, मध्य प्रदेश समेत देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु यहां पहुंचते हैं. गाजियाबाद के मोदीनगर के सीकरी गांव में स्थित महामाया देवी मंदिर की काफी मान्यता है. कहा जाता है कि देवी के दर्शन करने भर से श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं.
० 550 साल पुराना है मंदिर
महामाया देवी मंदिर के मुख्य पुजारी देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक यह मंदिर करीब 550 साल पुराना है. भारत के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां मनोकामनाएं लेकर आते हैं जो अवश्य पूर्ण होती हैं. मंदिर में स्थित एक वटवृक्ष का अलग ही महत्व है. वटवृक्ष पर मन्नत का धागा और चुनरी बांधकर जो भी मांगा जाता है, वो जरूर मिलता है. इसी वट वृक्ष पर 1857 की क्रांति के दौरान करीब डेढ़ सौ क्रांतिकारियों को फांसी के तख्ते पर लटका दिया गया था.
० विशाल मेले का होता है आयोजन
देवेंद्र शास्त्री के मुताबिक महामाया समस्त शक्ति का प्रारूप हैं. दुर्गा की शक्ति का स्वरूप महामाया है. महामाया देवी मंदिर में संतान प्राप्ति के लिए मांगी गई हजारों लोगों की मनोकामनाएं पूर्ण हुईं. हर साल चैत्र नवरात्रि पर ऐसे तमाम श्रद्धालु मंदिर में अपनी संतान के साथ देवी के दर्शन करने के लिए आते हैं. चैत्र नवरात्रि पर नवमी के दिन नौ दुर्गा यज्ञ किया जाता है. इस दौरान महामाया देवी मंदिर परिसर में विशाल मेले का आयोजन होता है.
० कैसे पहुंचें मंदिर
गाजियाबाद शहर पुराना बस अड्डा या फिर नया बस अड्डा (मेट्रो स्टेशन) से आसानी से पब्लिक ट्रांसपोर्ट के कई माध्यम मौजूद हैं. मेरठ रोड से महामाया देवी मंदिर तकरीबन दो किलोमीटर अंदर है.
स्थान: सीकरी खुर्द, मोदीनगर, उत्तर प्रदेश- 201204.
निकटतम रेलवे स्टेशन: सीकरी मंदिर से लगभग 2.2 किलोमीटर की दूरी पर मोदी नगर रेलवे स्टेशन है.
गूगल मैप: गूगल मैप पर महामाया देवी मंदिर की लोकेशन मौजूद है.