नई दिल्ली : नवरात्रि का पावन पर्व चल रहा है. शनिवार को इस मौके पर वसंत कुंज इन्क्लेव में दुर्गा पंडाल से मां की डोली निकली गई. इसमें दर्जनों महिलाएं अपने माथे पर कलश लेकर ढोल नगाड़ों के साथ नाचते गाते छठ पूजा घाट पर पहुंची और वहां घाट पर पानी में पूरे विधि विधान के साथ मां दुर्गा को आमंत्रित किया. उसके बाद श्रद्धा से मां की डोली को लेकर वापस पूजा पंडाल में आए और वहां मंत्रोचार के साथ पूजा कर मां दुर्गा की प्रतिमा के दरबार को खोला गया. यह उत्सव तीन दिनों तक चलता है और विजयदशमी के दिन विसर्जन किया जायेगा. वसंतकुंज इन्क्लेव में वैसे तो काफी सालों से दुर्गापूजा का आयोजन होता आ रहा है, लेकिन इस बार समाजसेवी के सहयोग से यहां भव्य तरीके से पूजा पंडाल और मां दुर्गा की विशाल प्रतिमा बनाकर पूजा किया जा रहा है.
दुर्गापूजा का ये पूरा आयोजन बंगाली तौर तरीके सा किया गया. राजधानी दिल्ली में कई इलाके ऐसे हैं, जहां पर दुर्गा पूजा के लिए बड़े-बड़े पंडाल सजाए जाते हैं और बंगाल जैसी दुर्गा पूजा दिल्ली में भी अब नजर आती है. वसंत कुंज एनक्लेव में बंगाल के कारीगरों द्वारा मां दुर्गा का पंडाल लगाया गया है. आयोजकों ने बताया कि यहां मूर्तिकार से लेकर पंडित सभी बंगाल से आये हैं और जिस तरह इस साल उन्हें सहयोग मिला है तो अगले साल इससे भी बड़े पैमाने पर पूजा का आयोजन किया जायेगा.
देवी दुर्गा की पूजा सभी कष्टों को दूर करके मनोकामनाओं को पूरा करने वाली मानी गई है. शक्ति का स्वरूप मानी जाने वाली देवी दुर्गा की पूजा एवं साधना देश के अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग तरीके से की जाती है. कहीं पर शक्ति की साधना के लिए गरबा होता है तो कहीं पर देवी पूजा के लिए भव्य पंडाल सजते हैं. लेकिन पश्चिम बंगाल में मनाए जाने वाले दुर्गा पूजा महोत्सव की झलक अब पूरे देश समेत दिल्ली में भी देखने को मिल रही है .
ये भी पढ़े : दिल्ली में पूजा पंडालों पर दिखी रौनक, सप्तमी पूजा पर महिलाओं ने किया धूनीची डांस
ये भी पढ़े : अष्टमी के दिन होती है देवी महागौरी की पूजा, जानिए कौन हैं 'महागौरी'