नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के बीच दिल्ली पुलिस द्वारा लोगों को राहत पहुंचाने के लिए इस्तेमाल हो रहे तकनीकी प्रोजेक्ट के बारे में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने समीक्षा बैठक की. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की गई, इस बैठक में पुलिस कमिश्नर द्वारा उपराज्यपाल को बताया गया कि वह किस तरीके से लोगों को राहत पहुंचाने के लिए तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं.
उपराज्यपाल निवास से मिली जानकारी के अनुसार गुरुवार को दिल्ली पुलिस के डिजिटल प्रोजेक्ट की समीक्षा को लेकर एक बैठक आयोजित की गई. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित की गई इस बैठक में दिल्ली पुलिस के कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव, गृह विभाग के प्रिंसिपल सेक्रेटरी एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए. इस मौके पर कमिश्नर एसएन श्रीवास्तव की तरफ से दिल्ली पुलिस द्वारा चल रहे विभिन्न टेक्नोलॉजी प्रोजेक्ट के बारे में उपराज्यपाल को जानकारी दी गई.
एक ऐप में दी जा रही 50 सुविधाएं
एसएन श्रीवास्तव ने उपराज्यपाल को बताया कि किस तरीके से डिजिटल प्रोजेक्ट के जरिए लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए पुलिस काम कर रही है. उन्होंने बताया कि दिल्ली पुलिस के तत्पर मोबाइल ऐप के जरिए 50 से ज्यादा सुविधाएं जनता को एक ही जगह दी जा रही है. इसके अलावा डोजियर, एमएसीटी, एफएसएल, प्रिजन मैनेजमेंट सिस्टम, विजिटर मैनेजमेंट सिस्टम, वाहन चोरी की जांच, संपत्ति चोरी की जांच, फिंगरप्रिंट आईडेंटिफिकेशन सिस्टम, कंप्यूटराइज रिमोट आइडेंटिफिकेशन ऑफ सस्पेक्ट और फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम के बारे में भी उन्हें जानकारी दी गई.
सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट का बेहतर इस्तेमाल
दिल्ली पुलिस द्वारा उपराज्यपाल को बताया गया कि वह अपराध और अपराधियों को ट्रैक करने वाले सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट पर काफी बेहतर काम कर रहे हैं. अपराध एवं अपराधियों की जानकारी इसमें मौजूद है. इसे सभी थानों से जोड़ा जा कर जा रहा है ताकि पुलिस अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी मिल सके. उपराज्यपाल को पुलिस कमिश्नर द्वारा ई-बीट बुक सिस्टम के बारे में बताया गया जिसे डिजिटल करने की तरफ पुलिस काम कर रही है. उन्हें बताया गया कि इसमें किस तरह की जानकारियां रहेंगी. इससे वहां मौजूद पुलिसकर्मी इलाके को बेहतर समझ पाएगा और उस इलाके में सुरक्षा का भाव बढ़ेगा.
सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लग रहे कैमरे
उपराज्यपाल को बताया गया कि सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगातार सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं. अब तक 4274 कैमरे मार्केट और बॉर्डर पर लगाए जा चुके हैं जबकि 15 हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम अभी चल रहा है. पुलिस की तरफ से बताया गया कि वह साइबर फॉरेंसिक फैसिलिटी को लेकर भी नए उपकरण खरीद रहे हैं ताकि साइबर अपराध को लेकर बेहतरीन जांच की जा सके. उपराज्यपाल ने दिल्ली पुलिस को निर्देश दिया कि वह ज्यादा से ज्यादा तकनीक का इस्तेमाल कर लोगों को बेहतर सेवा देने की कोशिश करें.