नई दिल्ली: आरबीआई ने 19 मई को जारी एक आदेश में दो हजार रुपए के नोटों को वापस लेने का फैसला किया है. इसके तहत 23 मई से 30 सितंबर तक नोट बैंक में जमा या बदले जा सकते हैं. वहीं, यह फैसला आते ही सोमवार को चांदनी चौक के बैंक ऑफ इंडिया ब्रांच में नोट जमा करने के लिए लंबी लाइन लगी है.
बैंक के AGM जितेंद्र प्रसाद ने कहा कि 23 मई से बैंकों में भीड़ बढ़ने की आशंका है. हर आदमी चाहता है कि उनका पैसा पहले जमा हो जाए. बैंक आ रहे ज्यादातर लोग खाते में 2000 रुपए की रकम जमा करवा रहे हैं. बहुत कम ग्राहक ही बदले में पैसा ले रहे हैं. सोमवार तक बैंक का कामकाज सामान्य था. बैंक में उन लोगों के नोट भी बदले जाएंगे, जिनका खाता नहीं है. आरबीआई के निर्देश के मुताबिक, मंगलवार से बैंकों में 2000 के नोटों के बदले प्रचलित करेंसी ग्राहकों को मुहैया कराई जाएंगी.
इसे भी पढ़ें: LG met President: दिल्ली के उपराज्यपाल ने की राष्ट्रपति से मुलाकात, नए अध्यादेश पर चर्चा!
बैंक प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि 23 मई से 2000 का नोट जमा कराने वालों की संख्या बढ़ सकती है. इसके लिए प्रशासन ने पूरे इंतजाम किए गए हैं. बैंक के AGM ने बताया कि मंगलवार के बाद से जब ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी तब यह देखना होगा कि 2000 के नोटों के बदले कितनी प्रचलित करेंसी की आवश्यकता होगी?
गौरतलब है कि 2016 में हुई नोटबंदी के बाद बैंकों के बाहर लंबी लंबी कतारें लग थी. इस दौरान देखने को मिला था कि लोगों को बैंकों से नई करेंसी हासिल करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. इसके अलावा बैंक कर्मचारियों को भी पैसे जमा करने में कई तरीके की मशक्कत करनी पड़ी थी.
इसे भी पढ़ें: Night Street Food Zone: अब यमुना किनारे रात में भी लीजिए स्ट्रीट फूड का मजा, MCD ने शुरू की तैयारी