नई दिल्ली: कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते देशव्यापी लॉकडाउन के बीच दिल्ली सरकार ने गरीबों को मुफ्त खाना देने के लिए रैन बसेरों के अलावा दिल्ली के 400 से अधिक सरकारी स्कूलों में दिन व रात का भोजन परोसती है. लेकिन, पिछले दिनों सरकार को ऐसी जानकारी मिली है कि कुछ स्थानों पर लोगों को भोजन पहुंचाने में काफी परेशानी हो रही है. ऐसे में अब दिल्ली में गरीब और जरूरतमंद लोगों तक पका हुआ खाना उपलब्ध कराने के लिए निजी स्कूलों, सामुदायिक केंद्र को भी प्रयोग में लाया जाएगा.
जहां खाने की लगती है भीड़, वहां की जाएगी व्यवस्था
लॉकडाउन के मद्देनजर सभी स्कूल बंद हैं. ऐसे में जिन सरकारी स्कूलों में खाना वितरित हो रहे हैं, खाना लेने के लिए काफी संख्या में लोग एकत्रित होते हैं. वहां पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के लिए सरकार उसके समीप के किसी निजी स्कूल में फूड सेंटर बनाकर वहां सरकार खाना बंटेगी.
मुख्य सचिव ने जारी किए आदेश
दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट ऑथोरिटी के चेयरमैन और दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव विजय देव ने इस बाबत आदेश जारी कर दिए हैं. इसमें लिखा है कि गरीब और जरूरतमंद लोगों को दिल्ली सरकार एनडीएमसी और अन्य नगर निगम के स्कूलों में पका हुआ खाना उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन, यह सामने आया है कि कई स्कूलों में अनचाही जगहों पर सरकारी स्कूल परिसर उपलब्ध नहीं है. ऐसी जगहों पर निजी स्कूल, कम्युनिटी सेंटर और बस्ती विकास केंद्र को फूड सेंटर बनाया जाएगा. इसके लिए जिला उपायुक्त और दिल्ली पुलिस के उपायुक्त दोनों आपसी सहमति से निर्णय लेंगे.
बता दें कि लॉकडाउन के बाद से दिल्ली सरकार बेघर व गरीबों को खाना पहुंचाने के लिए कई जगहों पर इंतजाम किए हैं और दिल्ली सरकार का दावा है कि अभी तक औसतन प्रतिदिन सात से आठ लाख गरीबों को खाना सरकार की तरफ से दिया जा रहा है.