नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में होने वाले चुनाव को ध्यान में रखते हुए कानून व्यवस्था को बेहतर करने के लिए उपराज्यपाल अनिल बैजल ने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक ली. इसमें दिल्ली में हो रहे अपराधों को लेकर भी उन्होंने चर्चा की. इस बैठक में दिल्ली पुलिस के कमिश्नर अमूल्य पटनायक, विशेष आयुक्त और संयुक्त आयुक्त शामिल हुए. बैठक में विशेष आयुक्त अपराध शाखा की तरफ से अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर उपराज्यपाल को जानकारी दी गई.
दिल्ली में गंभीर अपराध 9 फीसदी कम हुए
उपराज्यपाल को बताया गया कि दिल्ली में होने वाले गंभीर अपराधों में साल 2018 के मुकाबले लगभग 9 फ़ीसदी की कमी आई है. वहीं गंभीर अपराधों को सुलझाने में लगभग 4 फ़ीसदी का सुधार हुआ है. वर्ष 2018 में जहां 90 फ़ीसदी गंभीर वारदातों को सुलझाया गया था तो वहीं वर्ष 2019 में 94 फीसदी गंभीर वारदातों को सुलझाया गया है. बैठक में उपराज्यपाल अनिल बैजल ने इन अपराध के कारणों को लेकर दिल्ली पुलिस को काम करने के लिए निर्देश दिए ताकि इनमें कमी आ सके.
'छात्रों और युवाओं के प्रदर्शन में रखें खास ध्यान'
बैठक में उप राज्यपाल को बताया गया कि पुलिस ने भीड़ और दंगों को कंट्रोल करने के लिए भी तैयारी की है. खासतौर से चुनावी माहौल में भी पुलिस पूरी तरह से तैयार है. बैठक में उपराज्यपाल ने कानून व्यवस्था को लेकर होने वाले इंतजाम के साथ ही छात्रों और युवाओं के प्रदर्शनों पर खासतौर से ध्यान देने के निर्देश दिए.
'चुनाव ले लिए भी पुलिस तैयार'
विशेष आयुक्त इंटेलिजेंस और चुनाव के लिए बनाए गए नोडल ऑफिसर प्रवीर रंजन ने उपराज्यपाल को बताया कि प्री मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट, प्री नॉमिनेशन, नॉमिनेशन, कैंपेनिंग, चुनाव के दिन और परिणाम के दिन की हलचल को लेकर दिल्ली पुलिस तैयारी कर चुकी है. शांतिपूर्ण चुनाव के लिए पुलिस ने उचित पुलिस फोर्स का प्रबंध भी कर लिया है. पोलिंग स्टेशन तक ईवीएम को ले जाने का काम एक दिन पहले ही कर लिया जाएगा. उपराज्यपाल ने निर्देश दिए हैं कि संवेदनशील बूथ और पोलिंग स्टेशनों के बारे में तमाम जिला के डीसीपी से जानकारी एकत्रित कर वहां पर उचित प्रबंध किए जाएं.